काठमांडू|….पिछले कुछ समय से भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद को लेकर संबंध कुछ सही नहीं चल रहे हैं.
इसी कड़ी में जहां नेपाल ने पहले भारतीय इलाकों को अपने नक्शे में शामिल कर लिया था, तो अब सीमा पर लगातार सैनिकों की संख्या बढ़ाने में जुट गया है.
नेपाल ने भारतीय सीमा के पास दार्चुला में छांगरू के ब्यास-1 में सशस्त्र पुलिस बल के लिए बैरक सहित परिसर बनाने का काम शुरू किया है.
शुक्रवार को नेपाल के गृहमंत्री राम बहादुर थापा ने इसकी आधारशिला रखी. यह इलाका भारत के उत्तराखंड के धारचुला के नजदीक है.
नेपाली मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सरकार भारतीय सीमा के पास सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा रही है.
नेपाली न्यूज वेबसाइट कांतिपुर ने खबर दी है कि भारत की ओर से चीन सीमा तक पहुंचने वाली सड़क का उद्घाटन करने के बाद नेपाल ने ब्यास में सशस्त्र बलों को तैनात कर दिया है.
इनके लिए यहां बैरक बनाया जा रहा है. आधारशिला रखने के लिए गृहमंत्री थापा हेलीकॉप्टर से गुलम पहुंचे.
गृहमंत्री राम बहादुर थापा के साथ सशस्त्र पुलिस महानिरीक्षक शैलेन्द्र खनाल, गृह सचिव महेश्वर नुपाने, दार्चुला के सांसद गणेश सिंह थगना, राजनीतिक सलाहकार सूर्या सुबेदी, सुरक्षा सलाहकार इंद्रजीत राय, नेपाल सेना के सहायक पवन राज घिमिरे और सशस्त्र पुलिस एआईजी राम शरण पौडेल शामिल थे.
मुख्य जिला अधिकारी शरद कुमार पोखरेल ने कहा कि गृह मंत्री की टीम शुक्रवार वहां रुकेगी और शनिवार सुबह काठमांडू लौटेगी.
सशस्त्र पुलिस बल भवन के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
एक अंग्रेजी अख़बार कि खबर के मुताबिक, नेपाल दुमलिंग, लेकम, लाली, मल्लिकार्जुन, जौलजीबी में भी बॉर्डर आउटपोस्ट बनाने की तैयारी कर रहा है.
कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट पर भारत द्वारा लिपुलेख तक सड़क बनाने के बाद से बौखलाए नेपाल ने भारतीय क्षेत्र लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपने नक्शे में शामिल तो किया ही है साथ ही सीमा पर सैन्य गतिविधियां तेजी से बढ़ा दी हैं.
साभार- न्यूज़ 18