राष्ट्रीय महिला आयोग ने उस मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है, जिसमें मुंबई की एक मॉडल ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं. आयोग गुरुवार को कहा कि मीडिया रिपोर्ट में इसकी विस्तृत जानकारी दी गई है कि किस तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता ने मॉडल के साथ न सिर्फ दुष्कर्म किया, बल्कि इस अपराध को लेकर मुंह न खोलने की धमकी भी दी.
महिला आयोग के मुताबिक, उसने 2013 के इस केस के संबंध में महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा है और जानना चाहा कि सात साल पहले दर्ज इस केस में क्या कार्रवाई हुई है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक पत्र में कथित रेप पीड़िता ने बीते सात साल की उन घटनाओं का ब्यौरा दिया है, जिससे उसे गुजरना पड़ा.
यह मामला इस साल जुलाई में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने उठाया था और कथित बलात्कार तथा अपहरण मामले को फिर से खोलने की आवश्यकता जताई थी. मॉडल ने 2013 में इसे लेकर केस दर्ज कराया था, लेकिन बाद में ‘समझौते’ के बाद इसे वापस ले लिया था.
बीजेपी सांसद ने इस संबंध में महाराष्ट्र के गृह मंत्री को पत्र भी लिखा था. इसे ट्विटर पर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ‘एक मुख्यमंत्री के खिलाफ यह आरोप शर्मनाक है. मुंबई पुलिस को इस मामले को फिर से खोलना चाहिए और मामले की जांच करनी चाहिए.’
हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर इसका जवाब दिया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘माननीय सांसद ने मुझ पर कुछ आरोप लगाए हैं. आपको 48 घंटे के भीतर कानूनी जवाब मिल जाएगा. कृपया अपने आचरण के अनुसार लोगों को गुमराह करना बंद करें.’