राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि मैंने एक मामले पर चर्चा की और वह संजय राउत के बारे में है क्योंकि वह राज्यसभा के सदस्य हैं.
केंद्रीय एजेंसियों ने जो कदम उठाया है, हमें लगता है कि यह उनके साथ अन्याय है. वे न केवल राज्यसभा के सदस्य हैं बल्कि वरिष्ठ पत्रकार भी हैं. संजय राउत के खिलाफ कार्रवाई की क्या जरूरत है. क्या ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि कभी-कभी वह सरकार की आलोचना करते हैं?
शरद पवार ने महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार की अस्थिरता पर कहा कि सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वे किसी को उपेक्षित या दरकिनार महसूस न कराएं. जब हम बैठकर बात करते हैं तो ऐसा कोई मामला नहीं उठाया जाता है.
महाराष्ट्र में अगले विधानसभा चुनाव के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सत्ता में वापस आ जाएगी. यूपीए के नेतृत्व के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि मुझे यह जिम्मेदारी लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है.
इससे पहले मंगलवार को शरद पवार ने सांसदों और विधायकों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी की थी, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भाग लिया था. गडकरी, शिवसेना नेता संजय राउत, महाराष्ट्र के सांसद और विधायक पवार के 6, जनपथ आवास पर मौजूद थे.
रात्रिभोज की बैठक उस दिन हुई जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक चॉल के पुनर्विकास से जुड़े एक कथित भूमि घोटाले की जांच के सिलसिले में राज्यसभा सदस्य और शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क किया.
महाराष्ट्र के विधायक लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में थे. इससे पहले महाराष्ट्र के विधायकों ने राउत से उनके आवास पर चाय पर मुलाकात की.