सोमवार को देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय ‘नवधारा’ नेशनल टेक्नो फेस्ट एंड हायर एजुकेशन कॉन्क्लेव की शुरुआत हुई, जिसमें देशभर के जाने माने विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलाधिपति और कुलपति हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन का उद्देश्य नयी शिक्षा नीति के तहत उद्योगपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विचार मंथन करना है ताकि विकसित भारत-2047 के सपने को साकार किया जा सके।
इस दौरान मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय महत्व के लिए बेहतरीन उच्च शिक्षा का निर्माण एक महत्वपूर्ण चुनौती है, जिसमें शिक्षा प्रणाली को प्रौद्योगिकी और अनुसंधान से जोड़ने पर बल दिया जाना चाहिए।
‘नवधारा’ का आयोजन इसी कड़ी में मील का पत्थर साबित होगा। नेशनल टेक्नो फेस्ट में देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी सहित देशभर की लगभग 100 से ज़्यादा टीमें वर्किंग मॉडल्स प्रदर्शित कर रही हैं, जिसमें विजेताओं को पुरस्कार स्वरुप पांच लाख रुपये की इनामी धनराशि प्रदान की जायेगी। वहीं, नवधारा में पैनल डिस्कशन के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कृषि, स्वास्थ्य क्षेत्र के अंतर्गत टेक्निकल कॉम्पटीशन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छात्र अपनी वैज्ञानिक कुशलता का प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, विभिन्न उद्योग भी प्रदर्शनी आयोजित कर रहे हैं।
इस अवसर पर देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने राज्यपाल सहित सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि जिस प्रकार ‘नवधारा’ में छात्रों का उत्साह देखने को मिल रहा है उससे विकसित भारत-2047 का सपना पूर्ण होता दिख रहा है।कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय कुलाधिपति संजय बंसल और उपकुलाधिपति अमन बंसल की देखरेख में किया जा रहा है। इस दौरान उपकुलपति डॉ आरके त्रिपाठी, डीएए डॉ संदीप शर्मा, मुख्य सलाहकार डॉ एके जायसवाल सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक व छात्र उपस्थित रहे।