रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो मामलों-आईएसआईएस वॉयस ऑफ हिंद और टीआरएफ मामले को लेकर कश्मीर घाटी में 16 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान कई पथराव करने वाले लोगों और भारत विरोधी तत्वों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
पिछले 2-3 दिनों में श्रीनगर में 70 युवाओं को हिरासत में लिया गया है और पूरे कश्मीर में कुल 570 लोगों को हिरासत में लिया गया है. तीन दिन पहले अल्पसंख्यकों पर हुए आतंकी हमले के ठीक बाद सुरक्षा बलों ने भारत विरोधी तत्वों पर ये कार्रवाई की है.
पिछले दिनों नकाबपोश उग्रवादियों का एक समूह कश्मीर के एक स्कूल में शिक्षकों की धार्मिक पहचान जानने का बहाना बनाकर घुस गया था. पुलिस के अनुसार, फिर उन्होंने दो गैर-मुस्लिम शिक्षकों को अलग कर दिया और उन्हें गोली मार दी.
श्रीनगर में गुरुवार को हुई हत्याएं घाटी में बड़े पैमाने पर हिंदू और सिख नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए हमलों की श्रृंखला में नवीनतम थीं. तीन दशक पहले आतंकवाद के बढ़ने से कश्मीरी पंडितों सहित धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों को खदेड़ने की घटनाएं चिंताजनक हैं.
एनआईए ने वॉयस ऑफ हिंद पत्रिका के प्रकाशन से जुड़ी जगहों पर छापा मारा. दरअसल, वॉयस ऑफ हिंद पत्रिका के अनुसार, आईएसआईएस आतंकी संगठन फरवरी 2020 से भारत को आधार बनाकर ऑनलाइन पत्रिका जारी कर रहा है, जिसका उद्देश्य घाटी में मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है. इसके अलावा द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) मामले में एनआईए छापेमारी करके लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद सहित अन्य आतंकी संगठनों की जांच कर रही है.