नासिक गैस लीक हादसा: कोरोना काल में सिस्टम की खुली पोल, मंत्री कह रहे जांच कराएंगे, क्या वे जिंदगियां वापस ला सकते हैं !

कोरोना महासंकटकाल में एक और ने एक बार फिर सिस्टम की पोल खोल दी. रामनवमी के दिन महाराष्ट्र के नासिक में हुए सरकारी अस्पताल में गैस लीक होने की घटना में गई लापरवाही, देश को शर्मसार कर गई. महाराष्ट्र के नासिक में बुधवार को एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से 22 मरीजों की मौत हो गई. और 35 मरीजों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.

ऑक्सीजन सप्लाई रुकने से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. यह घटना वहां के जाकिर हुसैन अस्पताल में हुई हैै. झकझोर देने वाली इस घटना पर राजनेताओं ने दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति सांत्वना जताई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए इस हृदय विदारक करार दिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक के चलते जो घटना हुई वह हृदय विदारक है.

लोगों की मौत को लेकर दुख है. इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना है. गृहमंत्री अमित शाह ने हादसा पर गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन व्यथित हूं.

इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं.

नासिक में ऑक्सीजन लीक की घटना को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अत्यंत दुखद करार दिया. उन्होंने ट्वीट करते हुए इस घटना को लेकर कहा कि नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में मरीजों की मौत की घटना अत्यंत दुखद है. मेरी सांत्वना पीड़ित परिवार के प्रति है. मैं राज्य सरकारों और पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे हर संभव सहायता करें.

ऑक्सीजन लीकेज को लेकर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि नासिक में टैंकर के वाल्व के रिसाव के कारण बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन का रिसाव हुआ है, अस्पताल पर निश्चित रूप से इसका असर पड़ने वाला था. दूसरी ओर महाराष्ट्र के एफडीए मंत्री राजेंद्र शिंगने ने कहा कि हम विस्तृत रिपोर्ट के इंतजार में हैं और हमने जांच के आदेश दे दिए हैं, जो लोग दोषी होंगे, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.

नासिक के कमिश्नर के मुताबिक, अस्पताल में 150 मरीज भर्ती थे. इनमें से 23 वेंटिलेटर पर थे जबकि अन्य लोग ऑक्सीजन पर थे. ऐसा कहा जा रहा है हॉस्पिटल में ऑक्सीजन फीलिंग करते हुए ऑक्सीजन लीक हो गया. अब मंत्री कह रहे हैं घटना की जांच की जाएगी. सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस हादसे में मरे मरीजों का जिम्मेदार कौन है ?

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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