देहरादून| सोमवार को वरिष्ठ भाजपा नेता नरेश बंसल को उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट पर कोई और उम्मीदवार न होने के कारण निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया.
अपराहन तीन बजे नामांकन पत्र वापस लेने की अवधि बीत जाने के बाद विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल ने बंसल को उनके राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने संबंधी प्रमाणपत्र सौंपा.
बंसल के राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित होने के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मंत्री सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत सहित कई अन्य पार्टी विधायक मौजूद थे.
बंसल के प्रमाणपत्र लेने के बाद पार्टी ने विधानसभा गेट से लेकर प्रदेश पार्टी मुख्यालय तक एक स्वागत रैली निकाली. प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रैली का स्वरूप छोटा ही रखा गया.
उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट पर नौ नवंबर को मतदान होना था लेकिन किसी और उम्मीदवार के पर्चा न भरने के कारण उसकी जरूरत ही नहीं रही.
वैसे भी 70 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 57 होने के कारण बंसल का ऊपरी सदन के लिए चुना जाना तय था. बंसल राज्यसभा में कांग्रेस नेता राज बब्बर का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल 25 नवंबर को समाप्त हो रहा है.
छोटी उम्र से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुडे रहे बंसल राज्यसभा का टिकट मिलने तक प्रदेश में कैबिनेट मंत्री स्तर के साथ बीस सूत्रीय कार्यक्रम के उपाध्यक्ष थे.
पिछले साल हुए आम चुनावों के दौरान उन्होंने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व भी संभाला था. निर्वाचित होने के बाद बंसल ने कहा कि एक सांसद के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता जनता के समृद्ध उत्तराखंड के सपने को पूरा करने में अपना योगदान देना है.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए भारतीय जनता पार्टी के आठ उम्मीदवार भी निर्विरोध चुने गए हैं. भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, पूर्व डीजीपी ब्रिज लाल, नीरज शेखर, हरिद्वार दूबे, गीता शाक्य, बी एल वर्मा और सीमा द्विवेदी को राज्यसभा जाने का मौका मिला है.