नई दिल्ली| मनाली को लाहौल स्पीति से जोड़ने वाली अटल टनल को लेकर कांग्रेस ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है. हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अटल टनल के उद्घाटन से पहले वहां से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ) के नाम की शिलान्यास पट्टिका को हटा दिया गया है.
प्रदेश कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर सीएम जयराम ठाकुर को पत्र भी लिखा है. इसमें इस पूरे मामले पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है. बता दें कि 3 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अटल टनल का उद्घाटन किया था.
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी के नाम की शिलान्यास पट्टिका को उद्घाटन से पहले सुरंग से हटा दिया गया था. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने सीएम जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है.
राठौर ने पत्र में लिखा है, ‘अगर हटाई गई शिलान्यास पट्टिका फिर से नहीं लगाई जाती है तो कांग्रेस कांग्रेस राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी.’
पत्र में कहा गया है कि यह (पट्टिका हटाना) एक अलोकतांत्रिक, अपरंपरागत और अवैध कदम है. कांग्रेस ने कहा है कि सोनिया गांधी ने 28 जून, 2010 को मनाली के धौंडी में दक्षिण छोर पर रोहतांग सुरंग परियोजना की आधारशिला रखी थी. अब कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी के नाम की पट्टिका को सुरंग से हटा दिया गया था.
पार्टी के दो नेताओं – जियाचेन ठाकुर और हरिचंद शर्मा ने कीलोंग और मनाली में पुलिस केस दर्ज कराकर मांग की है कि इस बात का पता लगाया जाए कि आखिर कैसे शिलान्यास पट्टिका गायब हो गई.
पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर को इस बड़ी सुरंग का उद्घाटन किया था. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना उस पर कई हमले किए थे. हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे के नीचे यह रणनीतिक सुरंग बनाने का निर्णय 3 जून 2000 को लिया गया था.
तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए योगदान का सम्मान करने के लिए रोहतांग सुरंग का नाम अटल सुरंग के रूप में तय किया.
हिमाचल प्रदेश के रोहतांग पास के नीचे बनी इस टनल की लंबाई 9.02 किमी है. इसके जरिये हमारे सैनिक अब 12 महीने लेह आ-जा सकते हैं. साथ ही लाहौल स्पीति भी अब दुनिया से 12 महीने जुड़ी रह सकती है.