बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों की सरगर्मी और दावे लगातार जारी हैं. इस कड़ी में बिहार के मुस्लिम बाहुल्य सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बाद अब मुस्लिम लीग ने भी चुनावी ताल ठोक दी है. मुस्लिम लीग ने सीमांचल की 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अल्हाज नईम अख्तर ने कहा है कि उनकी पार्टी ने केरल में मुसलमानों को 12% आरक्षण का लाभ दिलाया है और उसी तर्ज पर सीमांचल के लोगों को भी लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा.
मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सीमांचल के मुसलमानों को अबतक उनका राजनैतिक-सामाजिक हक पूरी तरह नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि हैदराबाद मॉडल की बात कर ओवैसी साहब मुस्लिम वोटों पर नजर गड़ाकर सीमांचल की जनता को महज लॉलीपॉप दिखा रहे हैं, जबकि हमने केरल में वह खास काम काम कर दिया है. मुस्लिम लीग ने नेता ने कहा कि कि क्या यही काम ओवैसी साहब ने भी हैदराबाद में यह कर लिया हो तो बता दें.
अख्तर ने कहा कि बिहार में केरल मॉडल पर काम जरुरी है. मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी सीमांचल की 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बिहार के मुसलमानों की बेहतरी को मुद्दा बनायेगी. उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से आरक्षण हमारी पार्टी की मांग है. वो दलितों के साथ लगातार काम और समर्थन हासिल कर रही है. मुस्लिम शैक्षणिक संस्थानों से भेदभाव और दलितों को गो हत्या के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है. दिल्ली के फसाद के असली गुनहगारों के साथ कड़ा सलूक नहीं किया जा रहा है.
मालूम हो कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम ने बिहार की 50 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. पटना के होटल कौटिल्य में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की जानकारी देते हुए हैदराबाद के पूर्व मेयर माजिद हुसैन और एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने उन 18 सीटों के नामों की घोषणा की जिन पर एआईएमआईएम अपने उम्मीदवार उतारेगी. बता दें कि इसके पहले पार्टी ने 32 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था.