नई दिल्ली| विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे (नाबाद 118) और कप्तान पृथ्वी शॉ (73) की बेहतरीन पारियों से मुंबई ने अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में रविवार को उत्तर प्रदेश को छह विकेट से हराकर इस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया.
पहले बल्लेबाजी करते हुए उत्तर प्रदेश ने 50 ओवर में 312 रन बनाए, जवाब में मुंबई ने लक्ष्य महज 41. 3 ओवर में हासिल कर लिया. मुंबई की जीत में आदित्य तरे ने शानदार शतक ठोका.
मुंबई के इस विकेटकीपर ने नाबाद 118 रन बनाए. कप्तान पृथ्वी शॉ ने 39 गेंदों में 73 रनों की पारी खेली, वहीं ऑलराउंडर शिवम दुबे ने 28 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली. मुंबई ने विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में एक भी मैच नहीं गंवाया. उसने सभी 8 मैचों में जीत हासिल की.
पहले बल्लेबाजी करते हुए यूपी ने 50 ओवर में 312 रन बनाए. ओपनर माधव कौशिक ने 158 रनों की पारी खेली. समर्थ सिंह ने 55 रन बनाए. अक्षदीप नाथ ने 40 गेंदों में 55 रनों की पारी खेली. हालांकि मुंबई की मजबूत टीम के लिए 313 का लक्ष्य भी छोटा साबित हुए. कप्तान पृथ्वी शॉ ने टीम को धुआंधार शुरुआत दी.
शॉ ने 39 गेंदों में 73 रनों की पारी खेली. इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके और 4 छक्के निकले. यशस्वी जायसवाल 29 रन ही बना सके. विकेटकीपर आदित्य तरे ने लिस्ट ए क्रिकेट में अपना शतक ठोका और 118 रनों की पारी खेली. शम्स मुलानी ने 36 और शिवम दुबे ने 42 रनों की पारी खेली.
मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ का अपनी टीम को चैंपियन बनाने में सबसे बड़ा हाथ रहा. दाएं हाथ के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने टूर्नामेंट के 8 मैचों में 165 से ज्यादा की औसत से 827 रन बनाए.
इस दौरान उनके बल्ले से दोहरा शतक समेत कुल 4 शतक निकले. पृथ्वी शॉ का स्ट्राइक रेट भी 140 के पास रहा. बता दें पृथ्वी शॉ टूर्नामेंट के इतिहास में पहले बल्लेबाज हैं जिसने 800 रनों का आंकड़ा पार किया है. कर्नाटक के लिए देवदत पडिक्कल ने 737 रन बनाए.