मिजोरम पुलिस ने कोलासिब जिले के वैरेंगते नगर के बाहरी हिस्से में हुई हिंसा के मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा , राज्य पुलिस के चार वरिष्ठ अधिकारियों और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने शुक्रवार को ये जानकारी दी.
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) जॉन एन ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास और आपराधिक साजिश समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि सीमांत नगर के पास मिजोरम और असम पुलिस बल के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सोमवार देर रात को राज्य पुलिस की तरफ से वैरेंगते थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. साथ ही कहा कि असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं.
एफआईआर कथित तौर पर मिजोरम के वैरेंगते जिले में प्रवेश करने और कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और भारतीय दंड संहिता के साथ मिजोरम रोकथाम और कोविड -19 अधिनियम 2020 की रोकथाम के तहत दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और दूसरे लोगों को एक अगस्त को थाने में पेश होने को कहा गया है.
मिजोरम पुलिस ने कोलासिब जिले के वैरेंगते नगर के बाहरी हिस्से में हुई हिंसा के मामले में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा , राज्य पुलिस के चार वरिष्ठ अधिकारियों और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं. पुलिस ने शुक्रवार को ये जानकारी दी.
मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) जॉन एन ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास और आपराधिक साजिश समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि सीमांत नगर के पास मिजोरम और असम पुलिस बल के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सोमवार देर रात को राज्य पुलिस की तरफ से वैरेंगते थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. साथ ही कहा कि असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं.
एफआईआर कथित तौर पर मिजोरम के वैरेंगते जिले में प्रवेश करने और कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने और भारतीय दंड संहिता के साथ मिजोरम रोकथाम और कोविड -19 अधिनियम 2020 की रोकथाम के तहत दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और दूसरे लोगों को एक अगस्त को थाने में पेश होने को कहा गया है.
वहीं असम की तरफ से अपने नागरिकों को पड़ोसी राज्य की यात्रा नहीं करने के लिए कहने पर मिजोरम ने फैसले की निंदा की है. असम के गृह सचिव एम एस मणिवन्नन की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए असम के लोगों को सलाह दी जाती है कि वो मिजोरम की यात्रा न करें, क्योंकि ये स्वीकार नहीं किया जा सकता कि असम के लोगों को कोई भी खतरा हो.
उधर मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने ट्वीट कर कहा कि सभी को सार्वजनिक सूचना. पूर्वोत्तर भारत हमेशा एक रहेगा. साथ ही कहा कि मैं अब भी केंद्र सरकार से असम-मिजोरम सीमा तनाव के सौहार्दपूर्ण समाधान की उम्मीद करता हूं.