ग्वालियर| राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. सिंधिया समर्थक मंत्री भदौरिया ने शनिवार को ग्वालियर में कहा- ‘2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से हराने की साजिश कमलनाथ के दफ्तर में रची गई थी.
भदौरिया ने दावा करते हुए कहा कि सिंधिया को चुनाव हराने के लिए बाहर के नेताओं को पैसे देकर बुलाया गया. दरअसल सिंधिया कमलनाथ के लिए चुनौती बन गए थे. इसलिए कमलनाथ ने उनके खिलाफ साजिश रची थी.’
दूसरी ओर, भदौरिया के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का हारना अब बीजेपी का अंदरूनी मामला है. मैं इस पर टिप्पणी नही करूंगा. बीजेपी ने उन्हें हराया था. प्रदेश के हालात पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि एमपी में लोग बिजली, बेरोजगारी, खाद बीज की समस्या से जूझ रहे हैं.
मुझे विश्वास है मध्य प्रदेश का मतदाता इन तस्वीरों को सामने रखकर सच्चाई का साथ देगा और कांग्रेस को चुनेगा. नेता प्रतिपक्ष का पद झेलने वाले बयान पर बोले उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक है. मुझे पूरा समय संगठन में देना है. मैं तो दो महीने से कह रहा था कि मैं नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी नहीं उठा सकता हूं.
वहीं, कांग्रेस के पूर्व मंत्री और दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन ने कहा है कि सिंधिया जी के चेले अभी उनकी हार भूल नही पाएं हैं. सिंधिया जी डॉ. केपी यादव की वजह से हारे हैं. इस मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि बीजेपी की स्थिति खिसियानी बिल्ली खंबा नोंचे जैसी है. खिसियानी बिल्ली जैसी हालत उन सभी की भी है जो अपनी मातृ संस्था को छोड़कर गए हैं.
जिन्होंने अपनी मां को धोखा दिया हो उनके बारे में अब क्या कहा जाए. 2023 के लिए भारतीय जनता पार्टी की हालात खराब है. पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुकी है. ग्वालियर चंबल संभाग के सभी मंत्रियों के हालात भी खराब हैं, यह बात छुपी नहीं है. हम 2023 में कांग्रेस की सरकार लाएंगे. कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बनाई जाएगी.
इस दौरान भदौरिया ने लहार विधायक और सदन में हाल ही में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए गोविंद सिंह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा गोविंद सिंह महज एक विधानसभा क्षेत्र तक सीमित हैं. जब कमलनाथ सिंधिया के लिए चुनौती नहीं बन सके, तो गोविंद सिंह तो कहीं लगते ही नहीं. गौरतलब है कि गोविंद सिंह ने सिंधिया पर तंज कसा था. उन्होंने कहा था कि जो अपने ही प्रतिनिधि से चुनाव हार गया हो वो कैसे चुनौती हो सकता है.
साभार-न्यूज 18