यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट को हैक किए जाने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद अब इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसकी जांच कराने की बात कही है.
बताया जा रहा है कि केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एंटी-साइबरक्राइम यूनिट इस मामले की जांच करेगी. इस संबंध में यह भी महत्वपूर्ण है कि प्रियंका गांधी ने इसे लेकर कोई औपचारिक शिकायत नहीं दी है, बल्कि केंद्र ने इस माले में स्वत: संज्ञान लेते हुए आरोपों की जांच का फैसला लिया है.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) द्वारा इसकी जांच किए जाने की जानकारी सामने आ रही है.
कांग्रेस महासचिव का यह आरोप ऐसे समय में आया है, जबकि कांग्रेस नेता सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने इजरायली कंपनी एनएसओ द्वारा बनाए गए स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करते हुए फोन टैपिंग और जासूसी के आरोपों की विस्तृत जांच कराने की मांग की है.
इसे लेकर सियासी विवाद उसी समय से उफान पर है, जब नवंबर 2019 में कांग्रेस ने विपक्ष के तीन नेताओं का फोन टैप किए जाने के आरोप लगाए थे. इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम भी शामिल था.