मोदी कैबिनेट का बीते दिनों विस्तार हुआ है. जिसके बाद नरेंद्र मोदी सरकार के युवा मंत्रियों को महत्वपूर्ण कैबिनेट समितियों में एंट्री मिली है. इन समितियों को सोमवार को फिर से गठित किया गया है. पर्यावरण और श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव को राजनीतिक मामलों की सभी महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति (CCPA) में बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह के साथ शामिल किया गया है.
इन सभी को पहली बार में शामिल किया गया है. यादव और सोनोवाल के पहले जो नेता इन विभागों में मंत्री रहे वह अपने-अपने मंत्रालयों में महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति का हिस्सा नहीं थे. महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भी पहली बार महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति में शामिल होंगी.
जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ कानून मंत्री किरेन रिजिजू और सूचना एवं प्रसारण एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को पहली बार संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति के सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. इस समिति में रिजिजू, रविशंकर प्रसाद और ठाकुर, प्रकाश जावड़ेकर की जगह हैं.
कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की जगह आए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार को महत्वपूर्ण कैबिनेट समिति में शामिल किया गया है. निवेश और विकास पर कैबिनेट कमेटी में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल किए गए हैं. जबकि इसी मंत्रालय में उनके पूर्ववर्ती मंत्री इस समिति का हिस्सा नहीं थे. रेलवे, आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव और एमएसएमई मंत्री नारायण राणे को भी इस समिति में शामिल किया गया है, हालांकि उनके पूर्ववर्ती मंत्री भी इसका हिस्सा थे.
रोजगार एवं कौशल विकास संबंधी कैबिनेट कमेटी में भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव को भी शामिल किया गया है, वहीं जदयू से इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह को ‘विशेष आमंत्रित’ के तौर पर शामिल किया गया है. संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी को भी इस समिति में ‘विशेष आमंत्रित’ के तौर पर शामिल किया गया है, जबकि स्मृति ईरानी और प्रह्लाद पटेल अब पहले की तरह इस समिति में ‘विशेष आमंत्रित’ नहीं रहेंगे. कैबिनेट से बाहर होने के बाद रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर ने कई कैबिनेट समितियों से हटा दिए गए हैं तो वहीं हर्षवर्धन और सदानंद गौड़ा अभी भी कुछ समितियों में बने हुए हैं.