दोहा|…..पेनल्टी शूट आउट तक गए मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस को 4-2(3-3) मात देकर फीफा विश्व कप खिताब पर कब्जा कर लिया. फुल टाइम तक मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहा. अर्जेंटीना ने फर्स्ट हाफ में दो गोल करके 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन फ्रांस के स्टार खिलाड़ी काइलन एमबापे ने दो मिनट में दो गोल करके मैच को बराबरी पर ला दिया. इसके बाद मैच एक्स्ट्राटाइम में गया.
जहां मेस्सी ने सेकेंड हाफ में गोल करके अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया लेकिन एक बार फिर एम्बापे ने पेनल्टी को गोल में तब्दील करके मुकाबले को 3-3 की बराबरी पर ला दिया. इसके बाद हार जीत का फैसला पेनल्टीशूट आउट के जरिए हुआ जहां अर्जेंटीना ने 4-2 से बाजी मार ली और तीसरी बार खिताब अपने नाम कर लिया.
इससे पहले साल 1986 में अर्जेंटीना ने खिताबी जीत हासिल की थी. साल 2014 में मेस्सी की कप्तानी में जर्मनी ने मेस्सी का विश्व विजय का सपना तोड़ दिया थे लेकिन 8 साल बाद उन्होंने फीफा विश्व चैंपियन बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कहा.
अर्जेंटीना के लिए लियोनल मेस्सी ने 23वें और डी मारिया ने 35वें मिनट में गोल किए. मेस्सी ने 23वें मिनट में पेनल्टी के जरिए गोल करके अर्जेंटीना को 1-0 की बढ़त दिला दी. फ्रेंच गोलकीपर लॉरिस गच्चा खा गए और दूसरी दिशा में छलांग लगा दी. ये मेसी का 12 वां गोल था इसके साथ ही उन्होंने पेले के 12 विश्व कप गोल की बराबरी कर ली. यह मेसी का छठा गोल भी था.
इसके जरिए वो फीफा विश्व कप 2022 के सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी बन गए. लेकिन दो गोल दागकर एमबापे ने भी अपने गोलों की संख्या को सात तक पहुंचा दिया था. जिसकी निर्णायक गोल करके मेस्सी ने बराबरी कर ली. मेस्सी ने इसके साथ ही अपने विश्व कप गोलों की संख्या को 13 पर पहुंचा दिया. तीसरा गोल करके एमबापे ने अपने गोलों की संख्या को 8 कर दिया.
इसके बाद अर्जेंटीना की टीम मैच में अपना दबदबा बनाती दिखी. इसी क्रम में 35वें मिनट में अर्जेंटीना के लिए 11 नंबर की जर्सी पहनकर खेल रहे डी मारिया ने गोल करके अर्जेंटीना की बढ़त को दुगना कर दिया. यह गोल अर्जेंटीना के टीम गेम और तालमेल का शानदार नमूना था. गोल पोस्ट को ओर बढ़ रहे मेस्सी ने पहले अलवारेज को पास दिया और उन्होंने डी मारिया के पास गेंद को भेज जिया. डी मारिया ने गेंद को गोल पोस्ट के अंदर भेजने में कोई भूल नहीं की. फ्रांस के डिफेंस के पास इस गोल का कोई जवाब नहीं था. फ्रेंच गोलकीपर लॉरेस इस बार भी गेंद के सामने दीवार बनने में नाकाम रहे. फर्स्ट हाफ के खत्म होने से पहले अर्जेंटीना के पास 2-0 की बढ़त हो गई थी.
दो गोल से पिछड़ने के बाद फ्रांस ने किए दो बदलाव
ऐसे में फ्रांस के मैनेजर को 41वें मिनट में दो बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने ओलिवर गिरौड की जगह मार्कस थुरम को और ओउस्माने डेम्बले की जगह रैंडल कोलो मुआनी को मैदान पर उतारा. इसके बाद फ्रांस की टीम ने थोड़ी तेजी दिखाई लेकिन फ्रांस की टीम फर्स्ट हाफ में बगैर खाता खोले रह गई. फर्स्ट हाफ का अंत अर्जेंटीना की 2-0 की बढ़त के साथ हुआ.
सेकेंड हाफ की शुरुआत में भी फ्रांस ने गोल करने की पुरजोर कोशिश की लेकिन शुरुआती 15 मिनट में कोई गोल नहीं कर सकी. 64वें मिनट में अर्जेंटीना ने बदलाव करते हुए स्ट्राइकर डि मारियो की जगह डिफेंडर मारकोस अकुनिया को मैदान में उतरा. अंतिम 20 मिनट में फ्रांस वापसी करना चाहती थी. 70वें मिनट में फ्रांस ने दो और बदलाव किए. एंटोनी ग्रीजमैन की जगह किंग्सले कोमान और थियो हद्रानेज की जगह एडुआर्डो कैमाविंगा को मैदान में उतरा.
दो मिनट के अंतराल में एमबापे ने कराई फ्रांस की वापसी
80वें मिनट में ओटामेंडी की गलती की वजह से फ्रांस को पेनल्टी मिली जिसे काइलन एमबापे ने गोल में तब्दील करके स्कोर को 2-1 पर ला दिया. इसके एक मिनट बाद एमपाने ने एक और गोल किया और 81वें मिनट में स्कोर 2-2 की बराबरी पर आ गया. एमबापे के पेनल्टी और अगले गोल में केवल 97 सेकेंड का अंतर रहा.
लॉरेस ने किया शानदार बचाव, फ्रांस को बचाया
इंजुरी टाइम के एक मिनट शेष रहते मेसी ने गेंद को गोल के अंदर पहुंचा ही दिया था लेकिन फ्रेंच गोलकीपर लॉरेस ने शानदार बचाव करते हुए अर्जेंटीना को जीत हासिल करने से रोक दिया. और फुल टाइम पर मुकाबला 2-2 से बराबर हो गया. इसके साथ ही मैच एक्स्ट्राटाइम में चला गया.
एक्स्ट्राटाइम के फर्स्ट हाफ में नहीं हुआ कोई गोल
एक्स्ट्राटाइम की शुरुआत में अर्जेंटीना ने तेजी दिखाई. लेकिन शुरुआती मिनटों में गोल करने में नाकाम नहीं हुई. ऐसे में फ्रांस ने 96वें मिनट में एड्रियन रेबयो की युसुफ फोकाना को मैदान पर भेजा. 99वें मिनट में फ्रांस को फ्रीकिक मिली लेकिन इसका फायदा वो नहीं उठा सका. 102वें मिनट में अर्जेंटीना ने दो बदलाव किए. जूलियन अल्वारेज की जगह स्ट्राइकर लौटारो मार्टिनेज और रॉड्रिगो डी पॉल की जगह मिडफील्डर लियान्ड्रो पारेदास को मैदान पर उतारा. एक्स्ट्राइम के अंतिम दो मिनट में अर्जेंटीना के गोल करने की कोशिश को फ्रांस के डिफेंस ने नाकाम कर दिया. और एक्स्ट्राटाइम के पहले 15 मिनट बाद भी स्कोर 2-2 से बराबर रहा.
मेस्सी ने अंतिम वक्त में पलटी बाजी, एमबापे ने फिर कराई वापसी
लियोनल मेस्सी ने एक्स्ट्राटाइम के सेकेंड हाफ के तीसरे यानी मैच के 108 वें मिनट में चमत्कारिक गोल करके मैच में अर्जेंटीना की वापसी करा दी. इस गोल के साथ ही अर्जेंटीना 3-2 से आगे हो गया. 115वें मिनट में एमबापे के स्टाइक पर फ्रांस को हैंड मिला और हाथ आई पेनल्टी किक को गोल में तब्दील करके हैट्रिक पूरा कर ली और फ्रांस को फिर 3-3 की बराबरी पर ला दिया. 1966 के बाद विश्व कप के फाइनल में हैट्रिक जड़ने वाले एमबापे दूसरे खिलाड़ी बन गए.
पेनस्टी शूट-आउट का ऐसा रहा हाल
एम्बापे ने पेनल्टी शूटआउट में गोल करके फ्रांस को 1-0 की बढ़त दिलाई. इसके बाद अर्जेंटीना के लिए शॉट लेने आए मेस्सी ने भी पेनल्टी को गोल में तब्दील करके 1-1 की बराबरी करा दी. फ्रांस के लिए दूसरा शॉट लेने 20 नंबर की जर्सी के खिलाड़ी के शॉट को मार्टिनेज ने रोक दिया और मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा. अर्जेंटीना के लिए दूसरा शॉट मारने आए डायवेला भी गोल करने में सफल रहे और अर्जेंटीना को 1-2 से आगे कर दिया. फ्रांस के लिए तीसरा शॉट 8 नंबर की जर्सी ओटोमेंडी ने लिया और गोल पोस्ट के बाहर मार बैठे इसके साथ ही अर्जेंटीना 1-2 की बढ़त कायम रखने में सफल रहा. अर्जेंटीना के लिए तीसरा शॉट मारने 5 नंबर की जर्सी पहने पैराडेज आए और उन्होंने अर्जेंटीना को 1-3 से आगे कर दिया. 12 नंबर की जर्सी पहने कोलोमानी ने फ्रांस के लिए चौथी पेनल्टी ली और उसे गोल में तब्दील करके अपनी टीम को 2-3 पर ला दिया. अर्जेंटीना के लिए चौथी पेनल्टी 4 नंबर की जर्सी पहने लुजालो मोटील ने की और अर्जेंटीना के सिर पर विश्व चैंपियन का खिताब सजा दिया.