श्रीनगर| सोमवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर अलगाववाद एवं आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला बयान दिया है.
महबूबा ने कश्मीर में आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को ‘क्लिन चिट’ देते हुए इस समस्या के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
एक साल से ज्यादा नजरबंदी में रहने वाली पीडीपी नेता ने कहा कि घाटी में युवाओं को सामने हथियार उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है.
महबूबा ने कहा कि युवाओं के लिए नौकरी नहीं है. वे जेल जाने से अच्छा हथियार उठाना पसंद करते हैं.
पीडीपी नेता ने पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार सीमा विवाद पर चीन के साथ बातचीत कर सकती है तो उसे पाकिस्तान के साथ बातचीत भी करनी चाहिए.
महबूबा ने सोमवार को राज्य में नौकरियों, अनुच्छेद 370 और अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की हार सहित कई मुद्दों पर मीडिया से बातचीत की.
उन्होंने कहा, ‘देखें-अमेरिका में क्या हुआ. ट्रंप सरकार वहां से चली गई, ऐसे ही भाजपा भी जाएगी.’
जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीदने की केंद्र सरकार द्वारा अनुमति दिए जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमारे संसाधनों को बेचा जा रहा है.
पंडितों के बारे में सरकार क्या कर रही है? भाजपा ने उनसे बड़ा वादा किया है.
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर को सेल पर रख दिया है. जमीन खरीदने के लिए बाहरी लोगों को बुलाया जा रहा है.’
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में नौकरी का मुद्दा उठाते हुए पीडीपी नेता ने कहा कि यहां युवाओं के पास नौकरियां नहीं हैं.
ऐसे में युवाओं के पास हथियार उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
लड़के आतंकवादी संगठनों में भर्ती हो रहे हैं. दूसरे राज्यों के लोगों को जम्मू-कश्मीर में नौकरियां दी जा रही हैं.
उन्होंने कहा, ‘सरकार को अटल बिहारी वाजपेयी की नीतियों का अनुसरण करने की जरूरत है. युवाओं का सरकार से मोहभंग होता जा रहा है.’
अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के सवाल पर महबूबा ने कहा कि यह हिंदू अथवा मुस्लिम से जुड़ा मसला नहीं है. बल्कि इसे जम्मू-कश्मीर की पहचान बनाए रखने के लिए लागू किया गया था.
अब लोग अपने भविष्य को लेकर ऊहापोह में हैं. उन्होंने भाजपा पर बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के संविधान का अपमान करने का भी आरोप लगाया.