यूपी नगर निकाय चुनाव में बीजेपी सभी 17 नगर निगमों के मेयर पद पर एकतरफा जीत हासिल की है. नगर पालिका परिषदों में 2017 के मुकाबले दोगुना से अधिक सीटें जीतीं.
545 नगर पंचायतों में 545 सीटों पर कब्जा किया. यूपी नगर निकाय चुनावों के परिणामों पर असंतोष जाहिर करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने धांधली से अधिकतर सीट जाती हैं.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग करते चुनाव जीता. बीएसपी चुप होकर बैठने वाली नहीं है, बल्कि समय आने पर बीजेपी को इसका जवाब जरूर मिलेगा.
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने रविवार को सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में बीजेपी के साम, दाम, दंड, भेद आदि अनेक हथकंडों के इस्तेमाल के साथ ही साथ इनके द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से बीएसपी चुप होकर बैठने वाली नहीं है, बल्कि वक्त आने पर इसका जवाब बीजेपी को जरूर मिलेगा.
साथ ही, तमाम विपरीत हालात का सामना करते हुए बीएसपी पर भरोसा करके पार्टी उम्मीदवारों को वोट करने के लिए लोगों का तहेदिल से आभार व शुक्रिया. अगर यह चुनाव भी मुक्त एवं निष्पक्ष होता तो नतीजों की तस्वीर कुछ और होती. मतपत्र से चुनाव होने पर बीएसपी मेयर चुनाव भी जरूर जीतती.
मायावती ने बीजेपी के साथ ही समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी निशाना साधते हुए अगले ट्वीट में कहा कि वैसे चाहे बीजेपी हो या सपा दोनों ही पार्टियां सत्ता का दुरुपयोग करके ऐसे चुनाव जीतने में एक-दूसरे से कम नहीं हैं, जिस कारण सत्ताधारी पार्टी ही धांधली से अधिकतर सीट जीत जाती है और इस बार भी इस चुनाव में ऐसा ही हुआ, यह अति-चिन्तनीय है.
वर्ष 2017 के नगर निकाय चुनाव में महापौर की 16 सीटों में 14 पर बीजेपी और अलीगढ़ तथा मेरठ में बीएसपी के उम्मीदवारों को जीत मिली थी. इस बार मेरठ में बीजेपी के हरिकांत अहलूवालिया ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अनस को पराजित किया. सपा की सीमा प्रधान तीसरे स्थान पर रहीं जबकि बीएसपी इस बार चौथे स्थान पर रही. पिछले महापौर चुनाव में बीएसपी द्वारा जीते गए अलीगढ़ में बीजेपी के प्रशांत सिंघल ने सपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जमीर उल्लाह खान को हरा दिया. यहां बीएसपी के सलमान शाहिद तीसरे स्थान पर रहे.
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के अनुसार उत्तर प्रदेश के 17 नगर निगमों में 17 सीटों के चुनाव रिजल्ट शनिवार को घोषित कर दिए गए और इनमें सभी पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मेयर चुने गए हैं. चुनाव आयोग ने बताया कि भाजपा को अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी और गोरखपुर के अलावा अलीगढ़, आगरा, कानपुर नगर, प्रयागराज, गाजियाबाद, झांसी, मेरठ, मुरादाबाद, सहारनपुर, मथुरा-वृंदावन, बरेली, शाहजहांपुर और फिरोजाबाद नगर निगमों में भी मेयर पद पर जीत मिली है. यूपी में नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में दो चरणों में 4 मई और 11 मई को मतदान हुआ और 13 मई को इन चुनावों के नतीजे घोषित किए गए. नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में भी बीजेपी का दबदबा रहा.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनावों में बीजेपी की सबसे बड़ी जीत के बाद राज्य में ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश की जनता का आभार जताते हुए कहा था कि 17 नगर निगमों में पहली बार बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ विजय प्राप्त करने में सफल रही. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 200 नगर पालिका परिषदों में 199 में चुनाव हुए हैं और 2017 में बीजेपी ने 60 नगर पालिकाओं में विजय प्राप्त की थी और इस वर्ष बीजेपी ने नगर पालिका परिषदों में 2017 के मुकाबले दोगुना से अधिक सीटें प्राप्त की हैं. उन्होंने कहा कि 545 नगर पंचायतों में बीजेपी ने इस बार अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है और 2017 की अपेक्षा ढाई गुना सीटें बीजेपी ने हासिल की हैं.