प्रयागराज हिंसा मामले में अब एक नई जानकारी सामने आ रही है. यूपी पुलिस का कहना है कि मास्टरमाइंड जावेद अहमद को हिरासत में लिया गया है. लेकिन एक से अधिक मास्टरमाइंड हो सकते हैं.
खास बात यह है कि असामाजिक तत्वों ने पुलिस और प्रशासन से जुड़े लोगों पर पथराव के लिए मासूम बच्चों का इस्तेमाल किया था. 29 मुख्य धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही गैंगस्टर और एनएसए के तहत भी कार्रवाई की गई है. कानून व्यवस्था सीएम योगी शनिवार शाम 6.30 बजे अहम बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में प्रदेश के सभी डीएम, एसएसपी शामिल होंगे.
प्रयागराज के एसएसपी का कहना है कि कुल 70 नामजद और 5 हजार के करीब अज्ञात हैं. इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. प्रयागराज पुलिस का कहना है कि जावेद की बेटी जो दिल्ली में पढ़ती है वो भी इस तरह की गतिविधि में शामिल है, अगर जरूरत पड़ी तो हम लोग दिल्ली पुलिस से संपर्क साधेंगे और अपनी टीम भेजेंगे.
एडीजी प्रेमप्रकाश का कहना है कि हिंसा के पीछे वामपंथी संगठनों, एआईएमआईएम और सीएए व एनआरसी आंदोलन को सपोर्ट कर रहे लोगों का हाथ है. गलियों से निकलकर पुलिस के जवानों पर गोरिल्ला वार को अंजाम दिया गया. बच्चों को आगे करके पत्थरबाजी कराई गई. हालांकि पुलिस ने संयम से काम लिया और सिर्फ बड़े लोगों को ही भगाने की कोशिश की गई.
बता दें कि शुक्रवार को हिंसा के बीच एडीजी खुद लाठी लेकर भीड़ के बीच घुस गए थे. पुलिस ने चारों तरफ घेराबंदी कर रखी है. बाजार बंद दिख रहे हैं.