पश्चिम बंगाल विधानसभा के दूसरे चरण में ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी की राजनीति भी तय होगी. इसीलिए दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं. नंदीग्राम सीट बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है. मालूम हो कि 5 वर्ष पहले साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम से सीपीआई के उम्मीदवार अब्दुल कबीर शेख को 81 हजार से भी ज्यादा वोटो से हरा कर रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी.
शुभेंदु इस बार भी रिकॉर्ड जीत दर्ज करने का दावा कर रहे हैं. हालांकि इस सीट पर मुस्लिम वोटों की संख्या भी 50 हजार से ज्यादा है. ऐसे में शुभेंदु के लिए इस बार जीत इतनी आसान नहीं होगी. टीएमसी छोड़कर बीजेपी में आए अधिकारी की साख भी दांव पर है, क्योंकि उनके गढ़ में चुनाव होने हैं. नंदीग्राम सीट जीतने के लिए ममता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. ममता ने यहां ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां और रोड शो किए.
दूसरी ओर चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के समर्थन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पिछले दिनोंं बीजेपी में शामिल होने वाले दिग्गज फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने भी नंदीग्राम में रोड शो किया. बता दें कि एक समय मिथुन चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस केेे साथ जुड़ेेेे हुए थे. आज मिथुन ममता बनर्जी के खिलाफ प्रचार करते नजर आए. बंगाल चुनाव में दूसरे चरण में 4 जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल को मतदान होगा.
इनमें 9 सीट पूर्वी मेदिनीपुर जिले की हैं जबकि बांकुरा की 8 सीटों, पश्चिमी मेदिनीपुर की 9 सीटों और साउथ 24 परगना की 4 सीटों पर मतदान होने हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में इस इलाके में ममता की तृणमूल कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया था, लेकिन इस बार समीकरण काफी बदला हुआ है.
भाजपा बंगाल के सिंहासन को पाने के लिए सभी सियासी हथकंडे अपनाए हुए हैं. इन क्षेत्रों में मतुवा समुदायों की भी निर्णायक भूमिका है. इस समुदाय को पीएम मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह पार्टी ने खूब रिझाने का प्रयास किया है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार