कोलकाता| तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी आगामी 5 मई को तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगी. सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जने इस बात की जानकारी दी.
पार्था चटर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण के बाद प्रोटेम स्पीकर के तौर पर बिमान बंदोपाध्याय नव निर्वाचित विधायकों को पद की शपथ दिलाएंगे. चटर्जी के मुताबिक ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी सोमवार की शाम को शपथ ग्रहण और कैबिनेट गठन के मसले पर फैसला लेगी.
रविवार को हुई मतगणना में तृणमूल कांग्रेस ने 200 से ज्यादा सीटें जीतकर राज्य की सत्ता में वापसी की है. वहीं चुनाव पूर्व 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा करने वाली बीजेपी को महज 76 सीटों से संतोष करना पड़ा है.
आज हुई टीएमसी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से ममता बनर्जी को नेता चुन लिया गया. ममता बनर्जी 5 मई को शपथ लेंगी लेकिन कैबिनेट के अन्य सदस्यों की शपथ 6 मई को हो सकती है. बता दें कि पश्चिम बंगाल की चुनावी लड़ाई में टीएमसी सुप्रीमो ने भले ही बीजेपी को धूल चटा दी है लेकिन नंदीग्राम की सीट पर ममता बनर्जी को हार का सामना करना पड़ा है.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को 1956 वोटों से हरा दिया. अधिकारी को कुल 1,107,64 वोट मिले, जबकि ममता बनर्जी को 1,08,808 वोट मिला.
अधिकारी ने लिखा, ‘प्यार, विश्वास, आशीर्वाद और समर्थन प्रदान करने और मुझे अपना प्रतिनिधि चुनने के लिये नंदीग्राम की जनता का आभार. मैं उनकी सेवा करने और उनके कल्याण के लिये काम करते रहने का वादा करता हूं. मैं आपका आभारी हूं.’
बीजेपी के अलावा अगर अन्य दो बड़ी पार्टियों कांग्रेस और सीपीएम की बात करें तो ये गठबंधन बुरी तरह फ्लॉप हुआ है. 2011 के पहले तक राज्य में केवल इन्हीं दो पार्टियों का शासन रहा लेकिन अब दोनों ही जमीन से बिल्कुल उखड़ गए हैं. बीजेपी भले ही सरकार बनाने में नाकामयाब रही लेकिन 76 सीटें जीतक राज्य की राजनीति में नया विकल्प तैयार कर दिया है.