कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी को फ्री वैक्सीनेशन के साथ ट्वीट करते हुए एक सीधा सवाल किया कि ‘अगर टीके सभी के लिए मुफ्त हैं तो फिर निजी अस्पतालों को पैसे क्यों लेने चाहिए’. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जिस बात को उन्होंने फरवरी में ही कही थी, उसे मानने में प्रधानमंत्री मोदी को चार महीने का लंबा वक्त लग गया.
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि फरवरी 2021 में मैंने कई बार कहा उसके बाद मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखते हुए सभी को मुफ्त वैक्सीन देने की मैंने अपनी ओर से मांग रखी थी.
ऐसे ही देश में सबको फ्री वैक्सीन पर कांग्रेस नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि अच्छी बात है कि केंद्र ने पूरे देश में सभी आयु वर्गों के लिए टीकों की खरीदारी एवं वितरण का जिम्मा अपने हाथ में लेने का फैसला किया है, मैंने प्रधानमंत्री को निजी तौर पर दो बार पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि कोविड-19 टीकों संबंधी संकट से निपटने का यही एकमात्र उपाय है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले कि पहले ही सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से मुफ्त टीकाकरण की मांग की थी, लेकिन उन्होंने सुना नहीं. बाद में राज्यों ने अपने खजाने से टीकाकरण की व्यवस्था की.
उसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि सरकार ने यह फैसला ‘दबाव’ में लिया है. उन्होंने कहा कि जब राज्य की सरकारों ने केंद्र पर दबाव डालकर मुफ्त में वैक्सीन देने की बात कही और सुप्रीम कोर्ट ने दखल दिया, उसके बाद ही प्रधानमंत्री को सभी लोगों के लिए वैक्सीन मुफ्त करने का फैसला करना पड़ा.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पिछले कई महीनों में बार बार यह मांग रखी कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त टीका लगना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार ने इससे इनकार कर दिया.
फिर सुप्रीम कोर्ट ने मोदी जी और उनकी सरकार को कटघरे में खड़ा किया. ‘पीएम मोदी के सभी को फ्री वैक्सीन के एलान पर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने कहा कि राहुल गांधी की सलाह मानने में उन्हें इतना वक्त लग गया’.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पीएम ने देश के सभी लोगों के लिए अब वैक्सीन मुफ्त कर दी है, देर आए दुरुस्त आए, जो होना चाहिए था वह फिर से हो रहा है. वैक्सीन नीति में केंद्र सरकार को पहले कोई बदलाव नहीं करना चाहिए था.
‘दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि हम माननीय सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करते हैं कि उनके दखल के बाद देशभर में हर उम्र हर वर्ग के लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध होगी, केंद्र सरकार चाहती तो बहुत पहले यह कर सकती थी’.
लेकिन, केंद्र की नीतियों के चलते न राज्य वैक्सीन खरीद पा रहे थे और न केंद्र सरकार दे रही थी. आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र ने यह फैसला लिया है.
वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि वैक्सीन सभी के लिए मुफ्त हो गई है. लेकिन कांग्रेस भ्रम फैला रही हैै. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस का मकसद झूठ और भ्रम की राजनीति करना हैै, उनकी राजनीति की दुकान बंद हो रही है. यह समय राजनीति करने का नहीं भारत के साथ खड़े होने का है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार