आज बात करेंगे पहाड़ों की रानी मसूरी की. देवभूमि में यहां के रहने वाले महमूद हसन की चर्चा हो रही है . महमूद के दिए गए चंदे को लेकर भाजपा से लेकर हिंदू संगठनों ने जमकर सराहना की है. जी हां हम बात कर रहे हैं अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण की.
महमूद हसन के घर जब भाजपा नेता राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा मांगने पहुंचे तब उन्होंने मना नहीं किया है बल्कि प्रसन्नता भी जताई. गौरतलब है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर विभिन्न हिंदू संगठन एकजुट होकर धन संग्रह कर रहे हैं. इसे लेकर पूरे देश में धन संग्रह के लिए लोग आगे आ रहे हैं.
ऐसे में राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदू ही नहीं मुस्लिम समाज के लोग भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल मसूरी में देखने को मिली . यहां पर 70 वर्षीय महमूद हसन द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए 1100 रुपये दिए गए.
महमूद हसन के की गई इस कार्य की हिंदू साथ मुस्लिम भाइयों ने भी प्रशंसा की है. महमूद के बेटे नौशाद ने भी अपने पिता के इस कार्य पर खुशी जताई. आपको बता दें कि महमूद हसन 1972 में सहारनपुर से मसूरी आ गए थे और तभी से अपने परिवार के साथ मसूरी के भट्टा गांव में रह रहे हैं.
महमूद हसन पीएम मोदी से बहुत प्रभावित हैं. नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब वह मसूरी आए थे. मोदी के मसूरी प्रवास के दौरान हसन उनसे मुलाकात भी कर चुके हैं .
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार