मुंबई| रविवार को दादर स्थित सावरकर ऑडिटोरियम में शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भाजपा को उनकी 11 महीने पुरानी सरकार को गिराने की चुनौती दी.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पार्टी को देश पर अधिक ध्यान देना चाहिए. आप बिहार में मुफ्त कोविड-19 टीके का वादा करते हैं, तो क्या फिर अन्य राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाखस्तान से हैं. ऐसी बातें कर रहे लोगों को खुद पर शर्म आनी चाहिए्. आप केंद्र में बैठे हैं.’
अभिनेत्री कंगना रनौत पर परोक्ष निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि कुछ लोग रोजी-रोटी के लिए मुंबई आते हैं और शहर को पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) बोलकर उसे गाली देते हैं.
ठाकरे ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अपने बेटे आदित्य ठाकरे पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा, ‘बिहार के बेटे को न्याय के लिए शोर मचा रहे लोग महाराष्ट्र के बेटे के चरित्र हनन में लगे हैं.’
उन्होंने कहा कि मौजूदा जीएसटी प्रणाली पर पुनर्विचार करने का वक्त आ गया है और अगर जरूरी हुआ तो इसे बदला जाना चाहिए क्योंकि राज्यों को इससे फायदा नहीं मिल रहा है.
सीएम ठाकरे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में अगर कहीं पीओके है तो ये प्रधानमंत्री की नाकामी है. वहीं उद्धव ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘काली टोपी’ पहनने वाले व्यक्ति के रूप में पुकारा.
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वो मेरी सरकार को गिराना चाहते हैं, लेकिन मैं उन्हें सूचित कर दूं कि पहले अपनी सरकार को बचा कर दिखाएं.
मैं बिहार के लोगों से अपील करूंगा कि अपनी आंखें खोलकर वोट करें.’ उन्होंने कहा कि मैं मराठा और ओबीसी समुदाय के लिए न्याय चाहता हूं. हमें महाराष्ट्र के लिए संयुक्त रहना है, कोई बंटे नहीं.
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमसे हिंदुत्व के बारे में पूछा जा रहा है कि हम मंदिर क्यों नहीं खोल रहे हैं? वो कहते हैं कि मेरा हिंदुत्व बालासाहेब ठाकरे से अलग है.
आपका हिंदुत्व घंटी और बर्तन बजाने वाला है, हमारा हिंदुत्व ऐसा नहीं है.’ उन्होंने कहा कि जो हमारे हिंदुत्व पर सवाल उठा रहे हैं, वो बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के समय छुप रहे थे.
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘हमें (महाराष्ट्र को) अभी तक जीएसटी का 38,000 करोड़ रुपये का बकाया नहीं मिला है.’ उन्होंने कहा कि भाजपा को लोगों को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बांटना चाहिए.