संगम नगरी प्रयाग राज इन दिनों शोक की लहर से गुजर रहा है. महंत नरेंद्र गिरि के जाने से साधु समाज को अपूरणीय क्षति हुई है. आज महंत नरेंद्र गिरि की आखिरी विदाई है.
मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ महंत नरेंद्र गिरि को श्री मठ बाघंबरी गद्दी में उनके गुरु के बगल में भू-समाधि दे दी गई. महंत नरेंद्र गिरि पद्मासन मुद्रा में ब्रह्मलीन हुए.
अब एक साल तक यह समाधि कच्ची ही रहेगी. इस पर शिव लिंग की स्थापना कर रोज पूजा अर्चना की जाएगी. इसके बाद समाधि को पक्का बनाया जाएगा.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी केस में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से पता चला है कि उन्होंने फांसी लगाई थी. लेकिन अभी भी अहम सवाल यह है कि आनंद गिरी की उसमें भूमिका क्या है.
सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरी ने आनंद गिरी से हो रही परेशानी का जिक्र किया है. लेकिन आरोपी आनंद गिरी खुद को पाक साफ बता रहा है, हालांकि मामले की तह तक पहुंचने के लिए एसआईटी जांच भी जारी है.