भोपाल| मध्य प्रदेश में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा के उपचुनावों में भले ही बीजेपी अधिकतर सीटों पर चुनाव जीत गई लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिंया की कट्टर समर्थक और मंत्री इमरती देवी चुनाव हार गईं.
इमरती देवी को डबरा सीट सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुरेश राजे ने 7,633 मतों के अंतर से पराजित किया.
भाजपा की उम्मीदवार इमरती देवी तब चर्चा में आई थीं जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान एक चुनावी सभा में उन्हें कथित तौर पर ‘आइटम’ कहा था.
अब कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह ने उन्हें जलेबी कह दिया है.
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है, ‘अगर आइटम वाले बयान से कांग्रेस को नुकसान हुआ है तो वह चुनाव क्यों हार गईं. इमरती देवी अब जलेबी बन गई हैं.’
सज्जन सिंह वर्मा के इस विवादित बयान के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति फिर गर्म हो सकती है.
सज्जन वर्मा वही नेता हैं जिन्होंने कुछ समय पहले ईवीएम पर भी सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश उपचुनाव के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ हुई थी.
उपचुनाव के दौरान बीजेपी की इमरती देवी को 68,056 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार को 75,689 वोट मिले. बसपा उम्मीदवार संतोष गौड़ को 4,883 मत तथा नोटा के हिस्से में 1,690 वोट आए हैं.
दरअसल इसी साल मार्च में इमरती देवी सहित कांग्रेस के 22 विधायक मार्च में कांग्रेस की सदस्यता और विधायक पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गये थे.
इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में आकर गिर गयी. इसके बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनी और कांग्रेस छोड़ने वाले अधिकांश सिंधिया समर्थकों को बिना चुनाव जीते सरकार में मंत्री बनाया गया