रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में फरवरी में तीसरी बार वृद्धि की गई है. सभी श्रेणियों के एलपीजी के दाम गुरुवार को 25 रुपए प्रति सिलेंडर और बढ़ गए हैं.
इसमें सब्सिडी वाला सिलेंडर, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों द्वारा इस्तेमाल में लाया जाने वाला सिलेंडर भी शामिल है. कोरोना महामारी का कहर काबू में होने के बाद मांग में सुधार के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी के दाम बढ़े हैं. यही वजह है कि इस महीने रसोई गैस सिलेंडर के दाम तीसरी बार बढ़ाए गए हैं.
1 फरवरी को कीमतों में बढ़ोतरी नहीं देखी गई, लेकिन 4 फरवरी को फिर से इसके रेट बढ़ाकर 719 रुपये कर दिए गए. यानी 25 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी.
और एक बार फिर 10 दिन के अंदर एलपीजी की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर दी गई है. आज एक बार फिर इसके दाम 769 रुपये से बढ़ाकर 794 रुपये कर दिया गया है.
आज से दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर का रेट 794 रुपये हो गया है, यानी सिर्फ फरवरी में एलपीजी सिलेंडर के दाम 100 रुपये बढ़ चुके हैं. एलपीजी की कीमतों में वृद्धि ऐसे समय में हुई है, जब भारत में पेट्रोल की कीमतें अबतक के उच्चतम स्तर को छू रही है.
खास बात यह है कि सब्सिडी और बिना-सब्सिडी वाले यानी दोनों सिलेंडरों के दाम बढ़ाए गए हैं. देशभर में एलपीजी का दाम एक ही होता है. सरकार कुछ चुनिंदा ग्राहकों को इसपर सब्सिडी प्रदान करती है.
हालांकि, पिछले कुछ साल के दौरान महानगरों और बड़े शहरों में कीमतों में लगातार वृद्धि के बाद सब्सिडी समाप्त हो गई है. दिल्ली में उपभोक्ताओं को एलपीजी पर कोई सब्सिडी नहीं मिलती. सभी उपभोक्ताओं के लिए अब रसोई गैस सिलेंडर का दाम 794 रुपये हो गया है.
पेट्रोलियम कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि दूरदराज के क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडर पर कुछ सब्सिडी दी जाती है. ढुलाई भाड़े की भरपाई करने के लिए यह सब्सिडी दी जाती है.
हालांकि, गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. दिल्ली में पेट्रोल 90.93 रुपए प्रति लीटर और डीजल 81.32 रुपये प्रति लीटर है.