सीबीआई ने देश के सबसे बड़े 22842 करोड़ रुपये के बैंकिंग घोटाला मामले में एबीजी शिपयार्ड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने मंगलवार को सभी 5 आरोपियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. अब ये सभी आरोपी देश छोड़ कर नहीं जा सकते हैं.
सीबीआई ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी कर रहा कि यह घोटाला साल 2005 से 2012 के बीच का है, जिसमें 28 बैंकों के साथ फ्रॉड हुआ है. जांच एजेंसी ने बयान जारी कर कहा कि यह घोटाला 22,842 करोड़ रुपये का है और 2005 और 2012 के बीच आईसीआईसीआई के नेतृत्व वाले 28 बैंकों के एक संघ द्वारा किए गए थे और इसमें एसबीआई बैंक भी शामिल था.
सीबीआई ने कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के लिए आईसीआईसीआई बैंक द्वारा 1 अगस्त 2017 को अहमदाबाद में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल को भी जिक्र किया था.
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि 22,842 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में यह कार्रवाई की गई है. गुजरात की कंपनी एबीजी शिपयार्ड द्वारा किए गए इस घोटाले के सामने आने के बाद पूरा देश खौफ में है.
सीबीआई ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कंपनी के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल समेत 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बैंक धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है.
आरोप है कि एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और एबीजी इंटरनेशनल ने 28 बैंकों से 22,842 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है. कंपनी ने एसबीआई से 2,925 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, लेकिन उसे चुकाया नहीं. उन्होंने कई अन्य बैंकों से भी कर्ज लिया और कभी भुगतान नहीं किया.
Look Out Circulars (LOCs) have been issued against directors of ABG Shipyard in Rs 22,842 crores loan fraud, a senior CBI official said.
— ANI (@ANI) February 15, 2022