नई दिल्ली| देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है. सरकार से लेकर आम जनमानस तक इसको प्रबंधित और नियंत्रित करने की कोशिश में है. इस बीच अफवाहें फैलाने वाले सक्रिय हैं.
एक ओर देश कोरोना से लड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर अफवाह फैलाने वाले बाज़ नहीं आ रहे हैं. ताजा मामले सितंबर में लॉकडाउन लगाए जाने की अफवाह से जुड़े हुए हैं.
राष्ट्रीय आपादा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की एक चिट्ठी इस दावे के साथ वायरल की जा रही है कि 25 सितंबर से एक बार फिर लॉकडाउन लगाया जा सकता है. हालांकि सरकार के अंतर्गत काम करने वाली संस्था प्रेस इंफॉर्मेंशन ब्यूरो की फैक्ट चेक इकाई ने कहा है कि वायरल हो रही चिट्ठी फर्जी है.
क्या किया गया है दावा?
10 सितंबर की तारीख वाले फर्जी आदेश में कहा गया है, ‘कोविड-19 के प्रसार को रोकने और देश में मृत्यु दर को कम करने के लिए, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, योजना आयोग के साथ भारत सरकार से, प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय, 25 सितंबर, 2020 से 46 दिनों के सख्त राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को फिर से लागू करने के आग्रह करती है. इसके साथ देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने के लिए एनडीएमए मंत्रालय को एक पूर्व सूचना जारी कर रहा है ताकि उसके अनुसार योजना बनाई जा सके.’
हालांकि प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने एक ट्वीट में बताया है कि यह चिट्ठी फर्जी है. पीआईबी ने कहा, ‘दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा कथित रूप से जारी एक आदेश में दावा किया गया है कि उसने सरकार को 25 सितंबर से देशव्यापी लॉकडाउन फिर से लागू करने का निर्देश दिया है. यह आदेश फर्जी है. प्राधिकरण ने लॉकडाउन को फिर से लागू करने के लिए ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है.’