चंडीगढ़| शनिवार को भारत के महानतम एथलीट्स में से एक मिल्खा सिंह राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए. मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में किया गया. पद्म श्री मिल्खा सिंह का शुक्रवार रात 11:30 बजे निधन हुआ था. वह कोविड के बाद की समस्याओं से जूझ रहे थे.
बता दें कि मिल्खा सिंह को पुलिस दल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और उनके बेटे जीव मिल्खा सिंह ने मुखाग्नि दी. मिल्खा सिंह के अंतिम संस्कार में कई राजनेता, वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स और पुलिस अधिकारी शामिल हुए थे.
इससे पहले उनकी पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर ने भी कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था . पद्मश्री मिल्खा सिंह 91 वर्ष के थे.उनके परिवार में उनके बेटे गोल्फर जीव मिल्खा सिंह और तीन बेटियां हैं.
उनके परिवार के एक प्रवक्ता ने बताया ,‘‘उन्होंने रात 11:30 पर आखिरी सांस ली.’’ उनकी हालत शाम से ही खराब थी और बुखार के साथ आक्सीजन भी कम हो गई थी. वह यहां पीजीआईएमईआर के आईसीयू में भर्ती थे . उन्हें पिछले महीने कोरोना हुआ था और बुधवार को उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.
उन्हें जनरल आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. गुरूवार की शाम से पहले उनकी हालत स्थिर हो गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.