पटना| बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में मचा घमासान शांत होता नहीं दिख रहा है. इस बीच, राजद के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने बडे भाई तेजप्रताप यादव को जिस तरह इशारों ही इशारों में अनुशासन का पाठ पढ़ाया है, उससे राज्य की सियासत में यह बात उठने लगी है कि कहीं राजद अब तेजप्रताप पर अंकुश लगाने या किनारा करने की तैयारी तो नहीं प्रारंभ कर दी है.
इन्हीं विवादों के बीच शुक्रवार को तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे. मिलने का मकसद बीते दिनों हुए घटनाओं के संबंध में बातचीत करना था. लेकिन आवास के अंदर जाने के थोड़ी ही देर बाद वो तमतमाए बाहर निकले और पत्रकारों से कहा कि संजय यादव जो तेजस्वी के करीबी मानें जाते हैं ने उन्हें तेजस्वी से मिलकर बातचीत नहीं करने दी.
तेज प्रताप ने कहा, ” जब हम तेजस्वी यादव से मिल रहे थे, उसी दौरान संजय यादव ने हमें मिलने से रोका और बीच में आकर दखल किया. वे आए और तेजस्वी यादव को लेकर कमरे में चले गए.” उन्होंने कहा, ” वो हम दोनों भाइयों को मिलने से रोकने वाला कौन होता है?” इतना कहकर तेज प्रताप यादव अपनी गाड़ी में बैठे और राबड़ी आवास से अपने आवास के लिए निकल गए.
हालांकि, जब वे तेजस्वी से मिलने आए थे तभी उन्होंने पत्रकारों से कहा था, ” मैं नाराज नहीं हूं, जिनको नाराज होना है, वह नाराज होते रहे. मेरा अपना घर है, मेरे अपना भाई है. कोई दूसरा तय नहीं कर सकता है कि मैं कहां कब जाऊं. नाराजगी पार्टी को बदनाम करने और जलने वालों से है.”