केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 के लिए संशोधित प्रवेश दिशानिर्देश जारी किए और केंद्रीय विद्यालयों में छात्रों के प्रवेश की सिफारिश में सांसदों के विवेकाधीन कोटा को बंद कर दिया.
नए दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि कोविड -19 महामारी के कारण अनाथ बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत कक्षा की संख्या से अधिक प्रवेश के लिए विचार किया जाएगा. यानी कक्षा में सीटें फुल होने जाने के बावजूद यदि किसी ऐसे छात्र का एडमिशन आता है, जिसके माता-पिता कोविड 19 के कारण जीवित नहीं रहे, तो ऐसे बच्चों को एडमिशन देने पर विचार किया जाएगा और उन्हें दाखिले में प्राथमिकता दी जाएगी.
केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने कहा कि ऐसे छात्रों का एडमिशन संबंधित जिले के जिलाधिकारी द्वारा दी गई सूची के आधार पर किया जाएगा, जिसमें प्रति केवी 10 बच्चे और प्रति कक्षा अधिकतम दो बच्चे होंगे. इन बच्चों को पहली से बारहवीं कक्षा तक फीस (ट्यूशन शुल्क, कंप्यूटर फंड और वीवीएन) के भुगतान से छूट दी जाएगी.