अपने पुडुचेरी दौरे के समय कांग्रेस नेता एवं वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि वह मछुआरों को समुद्र का किसान मानते हैं, इसलिए वह सरकार से उनके लिए अलग से मंत्रालय बनाने की मांग करेंगे.
राहुल ने कहा था कि सरकार किसानों के लिए तीन-तीन नए कृषि कानून लेकर आई है लेकिन मछुआरों के लिए मत्स्य विभाग नहीं है. कुछ दिनों बाद मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल को जवाब दिया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने साल 2019 में पशुपालन, डेयरी के लिए अलग मंत्रालय बनाया. पुडुचेरी में काम चल रहा है. इस बारे में कांग्रेस नेता को नहीं पता है लेकिन वह उन्हें बताएंगे. अब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने संसद की एक तस्वीर पोस्ट की है.
शशि थरूर ने पोस्ट की तस्वीर
ट्विटर पर पोस्ट इस तस्वीर में गिरिराज सिंह थरूर के कान में कुछ कहते नजर आए हैं. सिंह ने उनके कान में क्या कहा, इस बारे में कांग्रेस नेता ने बताया है. थरूर ने कहा, ‘गिरिराज सिंह को मैंने बताया कि पशुपालन के एक बड़े मंत्रालय के तहत आने वाला मत्स्य पालन विभाग उस मत्स्य पालन मंत्रालय की तरह नहीं है जिसकी कांग्रेस और राहुल गांधी मांग करते आ रहे हैं.’
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि मछुआरों के लिए एक स्वतंत्र मत्स्य मंत्रालय की जरूरत है न कि किसी मंत्रालय के अधीन एक विभाग की.
लोकसभा में गिरिराज ने राहुल को दिया जवाब
राहुल गांधी के इस बयान के बाद भाजपा के कई नेताओं ने उन पर हमला किया. गत मंगलवार को खुद गिरिराज सिंह ने लोकसभा में राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता को स्कूल भेजा जाना चाहिए ताकि उन्हें पता चल सके कि कौन से मंत्रालय एवं विभाग केंद्र सरकार के अधीन आते हैं.
सिंह ने कहा, ‘जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी शासन किया, उन्होंने केंद्रीय आवंटन के तहत मत्स्य विभाग को केवल 3682 करोड़ रुपए दिए. जबकि मोदी सरकार ने इस क्षेत्र में 2014 से अब तक 32,000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.’
राहुल को स्कूल भेजे कांग्रेस-सिंह
भाजपा के फायर ब्रांड नेता ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी के बयान से आहत हुआ हूं. गत दो फरवरी को उन्होंने इस बारे में अतारांकित प्रश्न पूछा था लेकिन पुडुचेरी जाने के बाद वह इस बात को भूल गए.
उन्होंने कहा कि देश में कोई मत्स्य विभाग नहीं है और जब उनकी सरकार बनेगी तो वह मत्स्य के लिए अलग से मंत्रालय बनाएंगे. आप अपने नेता को स्कूल भेजें. उन्हें बताएं कि केंद्र सरकार के तहत कौन से मंत्रालय एवं विभाग आते हैं.’