उत्तराखंड में भारतीय रेलवे चार धाम रेलवे प्रोजेक्ट में तेज़ी लाता दिख रहा है. हाल में, रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम ने दौरा किया और राज्य में कई रेलवे प्रोजेक्टों का जायज़ा लिया. दर्शना विक्रम अपने दौरे पर ऋषिकेश कर्णप्रयाग प्रोजेक्ट की साइट पर भी पहुंचीं.
वहां उन्होंने सुरंग का काम भी देखा और ब्रॉडगेज लाइन का भी. उन्होंने यह भी कहा कि दूरदराज़ के गांवों को जोड़ने के लिए रेलवे सड़कें भी बनवा रहा है. इन तमाम बातों के बीच उत्तराखंड के लिहाज़ से सबसे खास बात उन्होंने चारधाम सर्किट को लेकर बताई. रेल राज्य मंत्री ने कहा कि इस सर्किट के रेल नेटवर्क के बारे में शुरुआती अध्ययन सकारात्मक रहे हैं.
चारधाम प्रोजेक्ट : क्या और क्यों?
राज्य के चार महत्वपूर्ण धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए यह प्रोजेक्ट भारतीय रेलवे ने हाथ में लिया है. इसमें प्राथमिक इंजीनियरिंग सर्वे पूरा हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट भी दी जा चुकी है. वहीं, फिलहाल यहां फाइनल लोकेशन सर्वे चल रहा है, जिसके तहत देखा जा रहा है कि यहां रेल नेटवर्क बिछाया जा सकता है या नहीं, हां तो कैसे.
ऋषिकेश–कर्णप्रयाग प्रोजेक्ट को भी जानिए
इन दोनों नगरों के बीच नई ब्रॉडगेज रेल लाइन का प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए काफी अहम बताया जाता है. यह रेल लिंक राज्य की तीर्थयात्राओं के लिहाज़ से इसलिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इससे समय और यात्रा व्यय दोनों में बचत होगी. साथ ही, इस प्रोजेक्ट से औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. इस रेल लाइन से देवप्रयाग, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, गौचर और कर्णप्रयाग जैसे नगर जुड़ेंगे यानी देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग और चमोली पांच ज़िले कनेक्ट होंगे.
गौरतलब है कि रेल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम ने अपने दौरे पर ये भी बताया कि उत्तराखंड में कई स्टेशनों का नए सिरे से विकास किया जाएगा और यहां नई सुविधाएं दी जाएंगी. पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिहाज़ से उत्तराखंड में रेलवे अहम प्रोजेक्टों को अंजाम दे रहा है.