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केंद्रीय बजट 2022: जानें 1947 से अब तक बजट से जुड़े 10 ऐतिहासिक तथ्य

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपना चौथा बजट पेश करेंगी. केंद्रीय बजट 2022-23 पूरी तरह से पेपरलेस होगा. आइए जानते हैं बजट से जुड़े 10 ऐतिहासिक तथ्य-

1.वित्त मंत्री ने ओमिक्रोन के मामलों को देखते हुए इस साल हलवा समारोह की 70 साल पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया और कर्मचारियों को मिठाई बांटी गई.
2.2019 में इससे पहले वित्त मंत्री ने चमड़े के पारंपरिक ब्रीफकेस को बदल दिया था और बहीखाता लेकर संसद पहुंची थीं. इसमें राष्ट्रीय प्रतीक रिबन से लिपटा हुआ था.
3.1 फरवरी 2020 को वित्त मंत्री ने देश के इतिहास में अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण दिया था. वित्त मंत्री का भाषण 2 घंटे 41 मिनट का था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई 2019 में पूर्णकालिक केंद्रीय बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री बनीं.
4.भारत का पहला बजट स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विल्सन द्वारा प्रस्तुत किया गया था. उन्होंने प्रकाशन ‘द इकोनॉमिस्ट’ की स्थापना की थी.
5.स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को तत्कालीन वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने पेश किया था. 1955 तक बजट केवल अंग्रेजी में पेश किया जाता था. हालांकि, 1955-56 से बजट दस्तावेज अंग्रेजी और हिंदी दोनों में प्रिंट होते हैं.
6.इंदिरा गांधी बजट पेश करने वाली पहली महिला थीं. उन्होंने कुछ समय के लिए 1970-71 में वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला था. वह तब प्रधानमंत्री भी थीं.
7.2016 तक भारत का केंद्रीय बजट फरवरी के आखिरी दिन लोकसभा में पेश किया जाता था. हालांकि, 2017 में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 फरवरी को बजट पेश किया गया.
8. 92 साल के लिए अलग से पेश किया जाने वाला रेल बजट 2017 में केंद्रीय बजट में मिला दिया गया था.
9.केंद्रीय बजट एक वार्षिक फाइनेंशियल स्टेटमेंट है जिसमें किसी विशेष वित्तीय वर्ष के दौरान सरकार के राजस्व और व्यय से अनुमानित आय शामिल होती है. वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों का विभाग केंद्रीय बजट तैयार करता है जिसे वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है.
10.चुनावी वर्ष में अंतरिम बजट तैयार किया जाता है और चुनाव से पहले पेश किया जाता है, जैसे कि 2019 में किया गया था जब लोकसभा चुनाव हुए थे. एक बार जब चुनाव समाप्त हो जाता है और नई सरकार सत्ता में आती है, तो बजट फिर से प्रस्तुत किया जाता है. चुनाव के बाद शेष वित्तीय वर्ष के लिए अंतिम बजट नई सरकार पेश करती है.

संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया है.

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