उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उत्तराखंड में सियासी दांव-पेंच शुरू हो गए हैं. पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर 2017 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी. प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है. पिथौरागढ़ विधानसभा सीट को भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है. राज्य बनने के बाद हुए चारों विधानसभा चुनावों में से तीन बार भाजपा ने जीत दर्ज किया है.
कब कौन जीता
पिथौरागढ़ विधानसभा सीट उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आती है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से प्रकाश पंत ने कांग्रेस के मयुख महर को 2684 मतों से हराया था. 2001 में उत्तराखंड की पहली विधानसभा का गठन किया गया, तो प्रकाश पंत को विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. वो उत्तराखंड विधानसभा के पहले अध्यक्ष थे. वो 2002 में पिथौरागढ़ सीट से चुनाव जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे थे.
2007 में उनको उत्तराखंड की दूसरी निर्वाचित सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. इसके बाद जब उत्तराखंड में 2017 में विधानसभा चुनाव हुए, तो भाजपा को शानदार जीत मिली और प्रकाश पंत को फिर से कैबिनेट मंत्री बने. वो उत्तराखंड की मौजूदा त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में वित्त मंत्री रहे.
प्रकाश पंत के निधन के बाद उपचुनाव
05 जून 2019 को प्रकाश पंत (58) का इलाज के दौरान अमेरिका में निधन हो गया. उनको पिछले कुछ समय से फेफड़े से संबंधित बीमारी थी, जिसका अमेरिका में इलाज चल रहा था. प्रकाश पंत का जन्म 11 नवंबर 1960 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में मोहन चंद्र पंत और कमला पंत के घर में हुआ था. प्रकाश पंत के निधन हो जाने के बाद यह सीट (Pithoragarh Assembly Seat) खाली हो गई थी.
उपचुनाव में भाजपा से की चंद्रा पंत ने कांग्रेस की अंजू लुंठी को करीब 3,267 मतों से हराकर जीत दर्ज की थी. मैदान में उतरीं चंद्रा पंत, त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे प्रकाश पंत की पत्नी हैं. उनके सामने कांग्रेस की अंजू थी. बता दें कि चंद्रा और अंजू दोनों ही पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही थी.