उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी शुरू हो गई है. भाजपा कांग्रेस अपनी-अपनी जीत के लिए रणनीति बनाने में जुटे है. बीते चुनाव में कांग्रेस के कई बड़े चेहरे भाजपा में शामिल होकर चुनाव से पहले भाजपा की जीत लगभग सुनिश्चित कर दिए थे.
लेकिन आगामी चुनाव में हालात बदले हैं. सियासी मैदान में लड़ाई काटें की होती दिख रही है. कोटद्वार विधानसभा सीट पर 2017 में भाजपा से डॉ. हरक सिंह रावत ने जीत दर्ज की थी. देखना होगा 2022 के चुनाव में जीत किसकी होगी.
सूबे के बड़े नेता है यहां के विधायक
2016 में कांग्रेस छोड़कर कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भाजपा में शामिल हुए थे. उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक वह छह बार विधायक, कई बार मंत्री रह चुके हैं. हरक सिंह रावत ने 1984 में कला में स्नातकोत्तर पूरा किया और उन्होंने 1996 में हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड से सैन्य विज्ञान में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री प्राप्त किया था.
कांग्रेस के बागी विधायकों में से एक
पहली बार 1991 में डॉ. हरक सिंह रावत ने पौड़ी से विधानसभा चुनाव जीता और यूपी राज्य के सबसे छोटी उम्र के मंत्री बने थे. 2014 के चुनाव में गढ़वाल से कांग्रेस के उम्मीदवार थे. विधायक हरक सिंह रावत, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ विद्रोह करने वाले 9 विधायकों में से एक थे. कांग्रेस द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद रावत भाजपा में शामिल हो गए थे. कोटद्वार विधानसभा सीट उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में आती है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से डॉ. हरक सिंह रावत ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी को 11318 मतों के अंतर से हराया था.
कब कौन जीता
2012 में कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह नेगी 31,797 मतों के साथ जीत दर्ज किया था. 2007 में भाजपा से गोविंद लाल 11,695 मतों के साथ जीत दर्ज किया था. 2002 में भाजपा से गोविंद लाल 10,647 मतों के साथ जीत दर्ज किया था.
गढवाल लोकसभा
कोटद्वार विधानसभा सीट गढ़वाल लोकसभा के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा के तीरथ सिंह रावत सांसद है. उन्होंने कांग्रेस के मनीष खंडूरी को 302669 से हराया था.