उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी दिखने लगी है. पहाड़ों पर सर्दियों में पर्यटकों के साथ देश भर बड़े नेताओं का आना जाना शुरू चुका है. उत्तराखंड की डीडीहाट विधानसभा सीट जिस पर लंबे समय से भाजपा का कब्जा है. देखना होगा 2022 के चुनाव में किसकी होगी जीत. वहीं आगामी चुनाव में डीडीहाट विधानसभा पर सबकी नजर होगी. डीडीहाट विधानसभा सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गृह क्षेत्र है.
मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र
डीडीहाट विधानसभा भाजपा का मजबूत गढ़ माना जाता है. राज्य बनने के बाद हुए चारों विधानसभा चुनावों में यहां से भाजपा के बिशन सिंह चुफाल जीतते रहे हैं. लेकिन इस बार इस सीट पर भाजपा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं यह भी चर्चा है की डीडीहाट विधानसभा से सीएम पुष्कर धामी भी मैदान में उतर सकते हैं. डीडीहाट विधानसभा सीट उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आती है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी से बिशन सिंह ने किशन भंडारी को 2368 मतों के अंतर से हराया था.
सीएम धामी के चुनाव लड़ने की चर्चा
डीडीहाट विधानसभा सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का गृह क्षेत्र है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी भी इस सीट से भाग्य अजमा सकते हैं. पुष्कर धामी के गृह नगर होने के साथ-साथ यहां की जनता से बीते सभी चुनाव में भाजपा को ही आशीर्वाद दिया है. इस लिहाज से यह सीट सुरक्षित भी मानी जा रही है. जहां से मुख्यमंत्री धामी के मैदान में उतरने की चर्चा है.
दिग्गज नेता हैं चुफाल
डीडीहाट विधानसभा से विधायक बिशन सिंह चुफाल प्रदेश के दिग्गज नेता हैं. खंडूरी और निशंक सरकार में मंत्री रहे हैं. 2017 में त्रिवेंद्र सरकार में उन्हें जगह नहीं मिल पाई. पुष्कर धामी सरकार में फिर कैबिनेट मंत्री बने. चुफाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.
कब किसे मिला आशीर्वाद
2012 में भाजपा से बिशन सिंह चुफाल 21,089 मतों के साथ जीत दर्ज की थी. 2007 में भाजपा से बिशन सिंह चुफाल 12,512 मतों से जीत दर्ज की थी. 2002 में भाजपा से बिशन सिंह चुफाल 13,104 मतों के साथ जीत दर्ज की थी.