आईपीएल 2021 के लिए टीमों द्वारा खिलाड़ियों को रिटेन और रिलीज करने के बाद इंडियन गवर्निंग काउंसिल ने अपनी ओर से अंतिम सूची जारी कर दी है. सभी 8 टीमों ने कुल मिलाकर 139 खिलाड़ियों को रिटेन किया है जबकि 57 खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया गया है. रिलीज किए गए खिलाड़ियों में स्टीव स्मिथ और एरोन फिंच जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के भी नाम है.
टीमों द्वारा रिटेन खिलाड़ियों की सूची जारी करने के बाद अब सबकी नजरें टीमों के पास बचे बैंक बैलेंस की ओर मुड़ गई हैं. क्योंकि अगले महीने होने वाली नीलामी में जिस टीम के पास सबसे ज्यादा पैसे होंगे वही सबसे अधिक खिलाड़ियों को मोटी कीमत पर अपनी टीम में शामिल कर सकेगी.
पंजाब के खाते में हैं सबसे ज्यादा पैसे
रिटेन खिलाड़ियों की सूची जारी करने के बाद नीलामी से पहले एक बार फिर सबसे ज्यादा पैसे किंग्स इलेवन पंजाब के पास बचे हैं. पंजाब के खेमे में वर्तमान में 3 विदेशी खिलाड़ियों सहित कुल 6 खिलाड़ी हैं. उसके पास 5 विदेशी सहित कुल 9 खिलाड़ियों के लिए जगह खाली हो गई है और उसके पर्स में सबसे ज्यादा 53.20 करोड़ रुपये हैं. पंजाब ने 9 खिलाड़ियों को रिलीज किया है.
आरसीबी करेगी सबसे ज्यादा खिलाड़ियों की खरीदारी
पंजाब के बाद नीलामी में शामिल होने से पहले सबसे ज्यादा पैसे विराट कोहली की आरसीबी के पास हैं. आरसीबी ने 10 खिलाड़ियों को रिलीज करके खरीदारी के लिए अपने पर्स में 35.90 करोड़ रुपये कर लिए हैं. उसके पास 4 विदेशी सहित कुल 13 खिलाड़ियों के लिए जगह खाली है. जो कि किसी भी टीम के हिसाब से ससे ज्यादा है. वर्तमान आरसीबी के दल में 4 विदेशी सहित कुल 12 खिलाड़ी बचे हैं जो कि सभी टीमों सबसे कम रिटेन किए खिलाड़ी हैं.
राजस्थान रॉयल्स तीसरे पायदान पर
आरसीबी के बाद सबसे मोटे पर्स के मामले में तीसरे पायदान पर राजस्थान रॉयल्स की टीम है. राजस्थान की टीम के पास 3 विदेशियों सहित कुल 8 खिलाड़ियों को शामिल करने की गुंजाइश है और उसके पर्स में 34.85 करोड़ रुपये बचे हैं.
नीलामी से पहले सबसे मोटे पर्स वाली टीमों में चेन्नई सुपर किंग्स 22.90 करोड़ के साथ चौथे, मुंबई इंडियन्स 15.35 करोड़ के साथ पांचवें, दिल्ली कैपिटल्स 12.90 करोड़ के साथ छठे, केकेआर और सनराइजर्स हैदराबाद 10.75 करोड़ रुपये के साथ सातवें और आठवें पायदान पर है.
61 खिलाड़ियों की खाली है जगह
कुल मिलाकर टीमों के पास नीलामी में 61 खिलाड़ियों जी जगह भरने के लिए बोली लगेगी जिसमें 22 विदेशी खिलाड़ियों की जगह होगी. इसके लिए टीमों के पास मौजूदा नियमों के मुताबिक 196.60 करोड़ रुपये शेष बचे हैं.