नई दिल्ली| कोविड-19 महामारी के दौरान लंबे समय तक सिनेमा हॉल बंद रहे और अब एक बार फिर बॉक्स ऑफिस पर बड़ी-बड़ी फिल्में धमाल मचाने को तैयार हैं. लॉकडाउन के दौरान अपनी मॉसी के बेटे के साथ आपने फिल्म देखने का जो प्लान बनाया था अब उसे एक्जक्यूट करने की बारी आ गई है. तो क्या हुआ अगर मॉसी का बेटा अपनी जॉब के सिलसिले में केरल चला गया है तो. दोनों एक ही दिन एक ही फिल्म देखकर अपने प्लान को अमली जामा पहना सकते हैं.
फिल्म देखने का प्लान तो ठीक है. यहां आपको हम एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको लगेगा कि मॉसी का बेटा ज्यादा लकी है. वो इसलिए क्योंकि जिस सीट के लिए आपको 236 रुपये खर्च करने होंगे उसी सीट की टिकट मॉसी के बेटे को कम पैसे खर्च करके मिल जाएगी. ऐसा नहीं है कि वो किसी दोयम दर्जे के सिनेमाहॉल में मूवी देखेगा या केरल में टिकट सस्ती है, बल्कि बात कुछ और है. चलिए समझते हैं…
केरल सरकार का फैसला
दरअसल केरल सरकार ने जनवरी से मार्च 2021 तक फिल्मों पर लगने वाले एंटरटेनमेंट टैक्स को माफ करने का फैसला लिया है. यही नहीं सरकार ने मार्च 2020 से मार्च 2021 तक सिनेमाहॉल में बिजली के फिक्स चार्ज में 50 फीसद की कटौती करने का भी निर्णय लिया है. हालांकि, इससे आपकी जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बल्कि लॉकडाउन के दौरान नुकसान झेलने वाले सिनेमाघरों को राहत मिलेगी.
एंटरटेनमेंट टैक्स 18 फीसद
आप फिल्म देखने के लिए जब भी टिकट खरीदते हैं उसकी असली कीमत के ऊपर 18 फीसद एंटरटेनमेंट टैक्स वसूला जाता है। इसमें 9 फीसद राज्य जीएसटी और 9 फीसद सेंट्रल जीएसटी होता है. इस तरह से 200 रुपये में मिलने वाली सिनेमा टिकट के लिए आपको 236 रुपये चुकाने पड़ते हैं. हालांकि, शुरुआत में 28 फीसदी एंटरटेनमेंट टैक्स लिया जाता था, जिसे बाद में 18 फीसद की श्रेणी में लाया गया.
मॉसी के बेटे के कितने पैसे बचेंगे और क्यों
दोनों ने फिल्म देखने का प्लान एक साथ बनाया था तो आप दोनों के टिकटों की तुलना तो करनी ही पड़ेगी. जहां आपको 200 रुपये वाले टिकट के लिए 236 रुपये खर्च करने होंगे वहीं मॉसी के बेटे के 218 रुपये ही खर्च होंगे. वो इसलिए क्योंकि केरल सरकार ने जो एंटरटेनमेंट टैक्स माफ किया है वह अपने हिस्से का यानी 9 फीसद है. केंद्र के हिस्से का 9 फीसद मॉसी के बेटे को अब भी चुकाना पड़ेगा.
सिनेमा हॉल को क्या फायदा
केरल सरकार के इस फैसले से सिनेमा हॉल को सीधे तौर पर तो कोई फायदा नहीं होगा. आप और आपकी मॉसी का बेटा दोनों ही 200 रुपये का टिकट खरीदेंगे, जो सिनेमा हॉल को जाएगा, एंटरटेनमेंट टैक्स दोनों अलग-अलग चुकाएंगे, जिसमें सिनेमा हॉल की कोई हिस्सेदारी नहीं है. हां, ये हो सकता है कि टिकट सस्ती होने से ज्यादा लोग सिनेमा हॉल तक पहुंच सकते हैं.
फिल्म इंडस्ट्री को राहत
केरल सरकार के इस फैसले से फिल्म इंडस्ट्री को खुश होने का एक मौका मिल गया है. इस फैसले से इंडस्ट्री को राहत मिलेगी और आम लोगों को थोड़ा ही सही, लेकिन टिकट सस्ती मिलेगी. यदि केरल सरकार की यह मुहिम फिल्म इंडस्ट्री को फायदा पहुंचाती है तो हो सकता है अन्य राज्यों और केंद्र सरकार पर ही ऐसा ही करने का दबाव बने. तब आपको और मॉसी के लड़के को टिकट के लिए बराबर दाम चुकाने होंगे.
ये भी जान लीजिए
जुलाई 2017 से पहले राज्य सरकारें एंटरटेनमेंट टैक्स की वसूली करती थीं. यह पूरी राशि राज्य के कोष में जमा होती थी और केंद्र की इसमें कोई हिस्सेदारी नहीं होती थी. उस वक्त अलग-अलग राज्यों में सिनेमा टिकट के दामों में काफी अंतर होता था. कई राज्यों में तो टिकट की असली कीमत के ऊपर राज्य सरकारें 100 फीसद तक एंटरटेनमेंट टैक्स वसूल करती थीं.