राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि राज्य के स्थानीय हस्तशिल्प उत्पादों, ऐपण, स्थानीय खाद्यान्नों से बने उत्पादों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जाना चाहिये. महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाये गये उत्पादों को विश्वस्तरीय बाजार उपलब्ध करवाना भी आवश्यक है.
उत्तराखण्ड में महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण में स्थानीय उत्पादों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है. हमारे स्थानीय उत्पाद पलायन रोकने में भी सहायक सिद्ध होंगे.
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को राजभवन नैनीताल में नैनीताल जिले के पांच विकास खण्डों भीमताल, बेतालघाट, रामनगर, हल्द्वानी के 13 महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया.
इस अवसर पर राज्यपाल मौर्य ने विभिन्न हस्तशिल्प उत्पादों व स्थानीय खाद्य उत्पादों का क्रय किया. राज्यपाल ने महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं के कार्यों तथा उनके द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रशंसा की तथा उनका उत्साहवर्द्धन किया.
इस अवसर पर सहायक परियोजना निदेशक संगीता आर्या, रमेश कनवाल, रमेश बिष्ट तथा महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं तथा जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे.