भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव के हालात पांच महीने होने को हैं और ऐसे में रॉ से जुड़े सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर कई तरह के कामों को अंजाम दे रही है.
पहले से काफी ज़्यादा सहयोगात्मक और दोस्ताना हो चुकीं दोनों सेनाएं मिलकर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल के बेस निर्माण तक में लगे हुए हैं.
भारत के लिए ज़ाहिर तौर पर यह बड़ी चिंता की बात है और इससे भी ज़्यादा चिंता की बात यह है कि गलवान में जो कुछ हुआ, उसमें पाकिस्तानी सेना का क्या रोल था!
हैरानी की बात यह भी है कि झेलम ज़िले में चिनारी और पाकिस्तान के हट्टियां बाला ज़िले के चाखोटी में भी इसी तरह के निर्माण कार्य चल रहे हैं, यानी मिसाइलों की साइटें तैयार की जा रही हैं.
इस बारे में एक अंग्रेजी अख़बार की खबर में कहा गया कि भारत के लिए चीन-पाक का यह याराना खतरे की घंटी से कम नहीं है क्योंकि इस साल फरवरी में भारतीय कोस्ट गार्ड ने पाक की समुद्री सेना में भी चीनी नेवी की खासी मौजूदगी देखी थी.
ज़मीन से लेकर समुद्र तक पाकिस्तान एक तरह से चीन के नियंत्रण में है और भारत के खिलाफ साज़िश रचने में चीन के चापलूस दाएं हाथ की तरह काम कर रहा है.
यूरेशिएन की खबर में तो ये भी कहा गया कि सोशल मीडिया पर शेयर हुईं कुछ तस्वीरों में तो यह तक दिखा कि पाकिस्तानी सेना ने चीनी आर्मी की यूनिफॉर्म पहनी हुई थी.
भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सितंबर महीने में चेता चुके हैं कि चीन के साथ युद्ध हुआ तो पाकिस्तान की तरफ से भी हमला होगा और भारत को दो तरफ से घेरने की कोशिश की जाएगी.
इसकी बानगी यह है कि चीन से पाकिस्तान को उसका अब तक का सबसे बड़ा जंगी जहाज़ टाइप 054A मिलने वाला है और साथ ही युआन श्रेणी की 8 सबमरीन भी.
अगस्त में अमेरिकी इंटेलिजेंस की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच जो झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे, उसमें सीधे तौर पर पाकिस्तान का हाथ था. अब एक नया मोड़ आया है.
अस्ल में चीन के स्टेट मीडिया ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें चीनी सैनिक लद्दाख बार्डर पर राष्ट्रगान गाते दिख रहे हैं, लेकिन इस वीडियो ने सवाल खड़े किए हैं.
इस वीडियो में एक सैनिक दाढ़ी में है और उसके चेहरे मोहरे और कद काठी से साफ ज़ाहिर हो रहा है कि वो चीनी नस्ल का नहीं है. इस बारे में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि चीन ने अपनी सेना में कुछ पाकिस्तानी सैनिकों को शामिल किया हो, यह नामुमकिन नहीं है क्योंकि दोनों पीओके में तो साथ मिलकर ऑपरेशन कर ही रहे हैं.
इस बात से भी इनकार नहीं किया गया है कि गलवान में जो भारत चीन फेसऑफ हुआ था, उसमें पाकिस्तानी सेना की मौजूदगी या हाथ नहीं हो सकता. यही नहीं, पाकिस्तानी आर्मी ही अपने इंटेलिजेंस से चीन को भारतीय पोस्टों और भारतीय सेना की गतिविधियों के बारे में काफी इनपुट दे रही है.
अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद इस वीडियो के सामने आने से भारतीय सेना के सामने अपने इंटेलिजेंस नेटवर्क और सीमा पर मुस्तैदी को लेकर चुनौती बढ़ गई है.
इस बारे में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी कह भी चुके हैं कि भारतीय सेना बारीकी से निगरानी कर रही है और पूरी तरह तैयार है.
साभार -न्यूज़ 18