भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन के लिए बायो-बबल को लेकर सख्त नियम बनाया है. आईपीएल 2021 में कोविड-19 के मामले आने के बाद बीसीसीआई को टूर्नामेंट पहले स्थगित करना पड़ा और बाद में इसे देश से बाहर यूएई में आयोजित करना पड़ा था. इस बार बोर्ड ने खिलाड़ियों, टीम के अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए नए नियम बनाए हैं.
यहां पढ़ें आईपीएल 2022 के लिए बायो-बबल के नए नियम
पहली बार बायो-बबल तोड़ने पर: आईपीएल टीम का कोई खिलाड़ी अगर बायो-बबल का उल्लंघन करेगा तो उसे 7 दिनों के लिए क्वारंटीन होना पड़ेगा. इस दौरान अगर उल्लंघन करने वाले खिलाड़ी की टीम का कोई मुकाबला होता है तो 100 फीसदी मैच फीस कटेगा.
दूसरी बार बायो-बबल तोड़ने पर: अगर टीम का कोई खिलाड़ी दोबारा बायो-बबल का उल्लंघन करता है तो उसे क्वारंटीन तो होना ही पड़ेगा. साथ ही खिलाड़ी पर एक मैच का प्रतिबंध भी लगेगा.
तीसरी बार बायो-बबल तोड़ने पर: अगर खिलाड़ी ने तीसरी बार नियमों का उल्लंघन किया तो उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ेगा. वह खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी को भी बड़ा नुकसान पहुंचाएगा. आईपीएल के नए नियमों के तहत फ्रेंचाइजी को रिप्लेसमेंट का ऑप्शन नहीं मिलेगा.
परिवार के सदस्यों के लिए बायो-बबल के नियम:
पहली बार यदि खिलाड़ी के परिवार का कोई सदस्य, टीम का अधिकारी या मैच अधिकारी कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करता है, तो उसे 7 दिनों के लिए क्वांरटीन होना पड़ेगा. इस दौरान अगर उल्लंघन करने वाले सदस्य की टीम का कोई मुकाबला होता है तो 100 फीसदी मैच फीस कटेगा. दूसरी बार उल्लंघन करने पर परिवार के सदस्य को बाकी सीजन के लिए बायो-बबल से निकाल दिया जाएगा.
कोरोना के कारण अगर किसी टीम के पास प्लेइंग-XI तैयार करने के लिए कम से 12 खिलाड़ी ( इसमें से कम से कम 7 भारतीय) और एक सब्सिट्य़ूट फील्डर नहीं रहते हैं तो बीसीसीआई के पास मैच को रीशेड्यूल करने का अधिकार होगा. अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो फिर इस मुद्दे को आईपीएल की टेक्निकल कमेटी के पास भेजा जाएगा और उसका फैसला फाइनल और बाध्य होगा.