कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा अपने बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट हैक करने के आरोप का सरकार ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए थे.
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि प्रियंका गाधी के बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया था और अकाउंट हैक नहीं हुए थे.
मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से एएनआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कांग्रेस महासचिव के बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट से समझौता नहीं किया गया था जैसा कि उन्होंने आरोप लगाया था. इससे पहले दिन में, एक मंत्रालय ने कहा कि उसने सरकार के खिलाफ वाड्रा के आरोपों का संज्ञान लिया है.
सूत्रों के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पांस टीम को इस मामले की जांच करने को कहा था. कहा जा रहा था कि जांच के प्रोटोकॉल के तहत यह टीम प्रियंका गांधी और उनके बच्चों से भी बात कर सकती है.
सरकार द्वारा विपक्षी नेताओं के फोन टैपिंग के आरोपों के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए, वाड्रा ने मंगलवार को कहा, ‘फोन टैपिंग छोड़ दो… मेरे बच्चों के इंस्टाग्राम अकाउंट भी हैक कर लिए गए हैं.
क्या सरकार के पास और कोई काम नहीं है?’ इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हर शाम उनके टेलीफोन टैप करने और उनकी बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनने का आरोप लगाया था जिसके दो दिन बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने यह आरोप लगाया था.