भारत के अनुभवी मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पेशेवर सर्किट पर अश्वमेधी अभियान पर शुक्रवार को रोक लग गई जिन्हें रूस के अर्तिश लोपसन ने ‘बैटल ऑन शिप’ मुकाबले में हरा दिया. बीजिंग ओलंपिक 2008 के कांस्य पदक विजेता विजेंदर 2015 में पेशेवर सर्किट में उतरे थे और तब से लगातार 12 मुकाबले जीत चुके हैं.
अपना सातवां बाउट खेल रहे रूसी मुक्केबाज ने ‘मैजेस्टिक प्राइड कैसिनो’ जहाज पर हुए इस मुकाबले में जीत दर्ज करके स्थानीय दर्शकों का दिल तोड़ दिया. रेफरी ने पांचवें दौर में मुकाबला रोक दिया क्योंकि लोपसन के बाएं अपरकेस ने सिंह को फर्श पर गिरा दिया और वह तकनीकी नॉकआउट के आधार पर हार गए. पेशेवर मुक्केबाजी में आने के बाद विजेंदर की यह पहली हार है.
विजेंदर तीसरे दौर के बाद थके हुए दिख दिए
आठ राउंड के यह मुकाबला, जिसका नाम ‘बैटल ऑन शिप’ था, विजेंदर के लिए एकतरफा साबित हुआ. भारतीय मुक्केबाजी के 35 वर्षीय पोस्टर विजेंदर तीसरे दौर के बाद थके हुए दिख रहे थे और चौथे दौर में, बाएं और दाएं घूंसे के संयोजन के साथ लोपसन ने भारतीय को हार पर मजबूर किया. यह 15 से अधिक महीनों में विजेंदर का पहला पेशेवर मुकाबला था. नवंबर 2019 में दुबई में आयोजित अपने 12वें मुकाबले में, हरियाणा के इस मुक्केबाज ने घाना के चार्ल्स एडमू को हराया था. लोपसन की यह सातवीं प्रो बाउट थी जबकि विजेंदर ने इससे पहले 12 मुकाबले लगातार जीते थे. रूसी ने इससे पहले चार मुकाबलों में जीत हासिल की थी जबकि एक में उन्हें हार मिली थी और एक ड्रॉ मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ था.
‘विजेंदर का अजेय रिकॉर्ड तोड़कर खुशी मिली’
अर्तिश लोपसन ने जीत दर्ज करने के बाद कहा कि स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह के पेशेवर सर्किट पर अजेय अभियान को खत्म करने वाला पहला मुक्केबाज बनने की उन्हें खुशी है.
लोपसन ने कहा, ‘विजेंदर के खिलाफ मेरी रणनीति कारगर साबित हुई. वह शानदार फाइटर है और यह बेहतरीन अनुभव रहा. मुझे खुशी है कि विजेंदर सिंह का अजेय रिकॉर्ड तोड़ने वाला मैं पहला मुक्केबाज बना.’
विजेंदर ने कहा कि वह इस हार के बाद मजबूती से वापसी करेंगे. उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा मुकाबला था. वह युवा और दमदार मुक्केबाज है. मैं वापसी करके उसे मॉस्को में हराऊंगा.’