भारतीय वायु सेना का लाइटर एयरक्राफ्ट तेजस अब और अत्याधुनिक तकनीक से लैस हो गया है. भारतीय वायु सेना ने इस हल्के लड़ाकू विमान को अमेरिकन ज्वाइंट डायरेक्टर अटैक म्यूनिशन (JDAM)किट से लैस किया है. इस तकनीक के बाद एलसीएम फाइटर जेट दुश्मन के ठिकानों पर और अधिक सटीकता से निशाना लगाने में सक्षम होंगे.
सेना के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने हाल ही में अमेरिकन ज्वाइंट डायरेक्टर अटैक म्यूनिशन किट को लेकर एक अनुबंध पर साइन किए थे. यह टेक्नोलॉजी हवा से जमीन पर 80 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी पर सही निशाने पर बम गिराने में मददगार होती है.
JDAM किट से लैस होने वाला भारतीय वायुसेना का पहली स्वदेशी स्क्वॉर्डन तेजस फाइटर जेट की है. यह स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान भविष्य में भारतीय सेना के प्रमुख विमानों में से एक होगा. इससे पहले एयरफोर्स ने तेजस फाइटर जेट को और मजबूती देने के लिए फ्रांस की हैमर एयर टू ग्राउंड स्टैंड ऑफ मिसाइल से लैस किया था.
इसके अलावा तेजस लड़ाकू विमान में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल भी लगाई गई है. वहीं भारतीय सेना, रक्षा बलों के आधुनिकीकरण के लिए भारत सरकार द्वारा दी जा रही वित्तीय सहायता से अपने हथियारों की क्षमताओं को बढ़ा रही है. भारतीय वायुसेना तेजस विमान को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करने पर ज्यादा जोर दे रही है.
बता दें कि तेजस फाइटर जेट, भारत में निर्मित सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है. इसका निर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने किया है. यह स्वदेशी लड़ाकू विमान 8 से 9 टन वजन के साथ 52 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकते हैं.
इसके अलावा तेजस विमान दुश्मनों के रडार सिस्टम को भी चकमा दे सकता है और दूर से ही विरोधी विमानों को मार के गिरा सकता है. यह युद्ध जैसी विशेष और विषम परिस्थितियों में कुशलता के साथ इसका संचालन किया जा सकता है.