नई दिल्ली| ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) के संक्रमण को लेकर चिंताओं के बीच सोमवार (21 दिसबंर) नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यूके में मौजूदा स्थिति को देखते हुए कहा कि भारतीय सरकार ने फैसला किया है कि ब्रिटेन से भारत आने वाली सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से 22 दिसंबर रात 11:59 बजे से 31 दिसंबर रात 11:59 तक निलंबित कर दिया जाएगा.
साथ ही सरकार ने कहा कि मंगलवार रात 11 बजकर 59 मिनट तक ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों में सवार यात्रियों को विमान उतरने के बाद एयरपोर्ट पर अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से वहां से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाने की मांग की थी. केजरीवाल ने ट्वीट किया था कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस में नया बदलाव आया है जो सुपर-स्प्रेडर (तेजी से फैलता) है. मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर तत्काल रोक लगाई जाए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ब्रिटेन में वायरस के नए प्रकार के सामने आने पर चर्चा करने के लिए अपने संयुक्त निगरानी समूह की तत्काल बैठक बुलाई. ब्रिटेन का कहना है कि इस नए प्रकार की वजह से देश में संक्रमण के मामले बढ़े हैं.
हालांकि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार सतर्क है और घबराने की जरूरत नहीं है. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में हर वह काम किया है, जो कोविड-19 से निपटने के लिए महत्वपूर्ण था.
उन्होंने कोरोना वायरस के नए स्वरूप के संक्रमण को लेकर चिंताओं और ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध की मांग के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैं कहना चाहूंगा कि ये काल्पनिक स्थितियां हैं, ये काल्पनिक बातें है, ये काल्पनिक चिंताएं हैं.
अपने आप को इससे दूर रखें. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरुक है. यदि आप मुझसे पूछें, तो इतना घबराने की कोई जरूरत नहीं है, जैसा कि इस प्रेस कॉन्प्रेंस में देखा जा रहा है.
गौर हो कि इंग्लैंड के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के (स्ट्रेन) के तेजी से पांव पसारने के बीच जर्मनी, इटली, बेल्जियम, डेनमार्क, बुल्गारिया, आयरिश रिपब्लिक, तुर्की और कनाडा के ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद फ्रांस ने भी ब्रिटेन के लिए अपनी सीमाएं बंद करने का फैसला किया है. जिन अन्य देशों और क्षेत्रों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है उनमें हांगकांग, इजराइल, ईरान, क्रोएशिया, अर्जेंटीना, मोरक्को, चिली और कुवैत शामिल हैं.
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि स्थिति बेहद गंभीर है और सरकार बेकाबू वायरस के नए स्वरूप को रोकने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि यह एक जानलेवा बीमारी है, हमें इसे नियंत्रण में रखने की जरूरत है और इस नए स्वरूप ने इस काम को और मुश्किल बना दिया है.
वायरस का यह नया स्वरूप 70 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है, यद्यपि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कोई साक्ष्य नहीं हैं कि यह ज्यादा जानलेवा है या टीके को लेकर यह अलग तरह की प्रतिक्रिया देगा.