महंगाई, गरीबी और खाद्य संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान की मदद के लिए भारत ने हाथ आगे बढ़ाया है. भारत आज पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजेगा.
अनाज की इस खेप को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. भारत की इस मानवीय पहल से अफगानिस्तान के नागरिक बेहद खुश हैं. अफगानिस्तान से भारत आए एक नागरिक ने कहा कि, हिंदुस्तान के इस कदम से मैं बहुत खुश हूं.
गेहूं की यह खेप पाकिस्तान के साथ हुई बातचीत के आधार पर अटारी वाघा सीमा से होते हुए पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान पहुंचेगी. इस संबंध में भारत ने 7 अक्टूबर 2021 को पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजने के लिए ट्रांजिट सुविधा का अनुरोध करते हुए इस्लामाबाद को प्रस्ताव भेजा था. वहीं 24 नवंबर को पाकिस्तान से मिले जवाब के बाद दोनों देशों ने परिवहन से संबंधित योजना तय की.
इससे कुछ दिन पहले भारत ने अफगानिस्तान को करीब 2.5 टन मेडिकल सामग्री और कपड़े भेजे थे. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में रहने वाले सिख-हिंदू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी और उन्हें भविष्य में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था और कहा था कि उनके मुद्दे और परेशानियों का समाधान किया जाएगा.
वहीं पिछले महीने भारत के विदेश मंत्रालय ने मानवीय आधार पर अफगानिस्तान के लोगों की मदद करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी. मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि, भारत सरकार मानवीय आधार पर अफगानिस्तान के नागरिकों को अनाज, कोविड वैक्सीन और अन्य जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ सप्ताह में मेडिकल सामग्री के साथ-साथ कोविड वैक्सीन के 5 लाख डोज अफगानिस्तान भेजे गए हैं.