भारत ने ‘शौर्य’ मिसाइल के नए वर्जन का सफलतापूर्वक टेस्ट कर लिया है. नई मिसाइल हल्की है और आसानी से ऑपरेट की जा सकती है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि यह मिसाइल करीब 800 किलोमीटर दूर तक टारगेट को ध्वस्त कर सकती है.
‘शौर्य’ जमीन से जमीन में मार करने वाली मिसाइल है. यह अपने साथ न्यूक्लियर पेलोड ले जा सकती है. चीन के साथ तनाव के बीच, भारत ने हाल के दिनों में कई मिसाइलों और डिफेंस सिस्टम्स का टेस्ट किया है.
‘शौर्य’ मिसाइल में क्या है खास?
यह पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का जमीनी रूप है.
टू-स्टेज रॉकेट वाली यह मिसाइल 40 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने से पहले आवाज की छह गुना रफ्तार से चलती है. उसके बाद यह टारगेट की ओर बढ़ती है.
यह मिसाइल सॉलिड फ्यूल से चलती है लेकिन क्रूज मिसाइल की तरफ खुद को टारगेट तक गाइड कर सकती है.
मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है कि सीमा पार बैठे दुश्मन के रडार को इसे डिटेक्ट, ट्रैक करने और इंटरसेप्ट करने के लिए 400 सेकेंड्स से भी कम का वक्त मिलेगा.
इसे कम्पोजिट कैनिस्टर में स्टोर किया जा सकता है यानी आसानी से छिपाकर ले जाया जा सकता है.
लेजर-गाइडेड ऐंटी टैंक मिसाइल का हुआ था टेस्ट
डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन ने पिछले महीने MBT अर्जुन टैंक से लेजर-गाइडेड ऐंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का टेस्ट किया था. यह टेस्ट सफल रहा.
AGTM मॉडर्न टैंक्स से लेकर भविष्य के टैंक्स को भी नेस्तनाबूद करने में सक्षम होगी. उससे पहले ‘अभ्यास’ हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) का बालासोर में टेस्ट हुआ था.
यह मिसाइल वेहिकल 5 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है. इसकी रफ्तार आवाज की रफ्तार से आधी है.
पिछले कुछ हफ्तों में भारत ने रक्षा क्षेत्र में कई अहम फैसले किए हैं. अब पिनाक रॉकेट्स, लॉन्चर्स और जरूरी उपकरणों के बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारी है.
पिनाक असल में एक फ्री फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम है जिसकी रेंज 37.5 किलोमीटर है. पिनाक रॉकेट्स को मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा जाता है. लॉन्चर सिर्फ 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स दाग सकता है.