भारत का पासपोर्ट और मजबूत हो गया है. पिछले साल के मुकाबले यह 5 पायदान और ऊपर चढ़ा है. अब देश के नागरिक बिना वीजा के ही 57 देशों में फ्री होकर घूम सकते हैं. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स (Henley Passport Index) की मंगलवार को जारी रैंकिंग में भारत अब 80वें पायदान पर पहुंच गया है, जो साल 2022 में जारी रिपोर्ट से 5 पायदान ऊपर है.
भारत की मौजूदा रैंकिंग टोगो और सेनेगल जैसे देशों के समान पहुंच गई है. इस रैंकिंग के आंकड़े इंटरनेशन ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन से लिए गए हैं. अब भारतीय नागरिकों के पास 57 देशों में वीजा फ्री अथवा वीजा ऑन अरावल एक्सेस मिल गया है. इसका मतलब है कि सिर्फ पासपोर्ट लेकर ही दुनिया के 57 देशों में आप घूम सकते हैं. वहां जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होगी. कुछ देशों में जरूरत पड़ेगी भी तो वहां पहुंचते ही एयरपोर्ट पर वीजा थमा दिया जाएगा.
किन देशों में जा सकते हैं आप
भारतीय नागरिक अब सिर्फ पासपोर्ट का इस्तेमाल करके इंडोनेशिया, थाईलैंड, रवांडा, जमैका, श्रीलंका जैसे देशों की यात्रा कर सकते हैं. हालांकि, अब भी उन्हें 177 देशों में एंट्री करने के लिए वीजा की जरूरत पड़ेगी. इन देशों में चीन, जापान, रूस, अमेरिका और यूरोपीय संघ के सभी देश शामिल हैं. भारतीय नागरिकों को इन देशों में वीजा के लिए बाकायदा अप्लाई करना होगा, लेकिन कुछ देश वहां पहुंचने पर एयरपोर्ट पर ही यह वीजा उपलब्ध करा देते हैं.
अब कौन है नंबर वन
इस बार जारी इंडेक्स में कई साल से नंबर एक पर मौजूद जापान फिसल गया है. उसकी जगह अब सिंगापुर ने ले ली है और पहले पायदान पर पहुंच गया है. जापान अब दुनिया का सबसे मजबूत पासपोर्ट नहीं रह गया है. सिंगापुर को यह ताज मिलते ही उसके नागरिकों को दुनिया के 192 देशों में बिना वीजा के ही एंट्री करने की इजाजत मिल गई है. इस रिपोर्ट में 227 देशों और 199 पासपोर्ट को शामिल किया गया है.
एशियाई देश जापान का पासपोर्ट 5 साल तक दुनिया का सबसे मजबूत पासपोर्ट बना रहा. इस बार जारी सूची में वह फिसलकर 3 पायदान पर पहुंच गया है. अमेरिका जो एक दशक पहले तक इस सूची में टॉप पर रहा करता था, अब गिरकर 8वें पायदान पर चला गया है. ब्रेग्जिट के बाद फिसलने वाला यूके अब दो पायदान चढ़कर 4 नंबर पर आ गया है. इस सूची में सबसे नीचे अफगानिस्तान है, जिसके नागरिक बिना वीजा के 27 देशों की सैर कर सकते हैं.