आयकर विभाग ने करदाताओं के लिए रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए एक नई पहल झटपट प्रोसेसिंग शुरू की है. आई-टी विभाग ने करदाताओं को आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिलों के लिए 10 जनवरी और 15 फरवरी की समयसीमा से पहले जितना संभव हो सके उतना इंतजार नहीं करने करने की अपील की है.
आयकर विभाग के अनुसार, झटपट के जरिए आयकर देने वालों को सहुलियत मिलेगी. खास बात यह है कि यू ट्यूब पर ITR1 और ITR4 के लिए शुरू किए गए Jhatpat प्रोसेसिंग के तहत रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया के बारे में जानका दी गई है. खास बात यह है कि इसे आकर्षक तरह से पेश किया गया है. झटपट प्रसंस्करण का परिचय ! फाइल करो झट से, प्रोसेसिंग होगी पट से स्लोगन के जरिए आयकर दाताओं को आईटीआर फाइल करने के लिए प्रेरित किया गया है.
10 जनवरी और 15 फरवरी अंतिम तारीख
करदाताओं के लिए आयकर दाखिल करने की अंतिम तिथि, जिनके लिए ऑडिट की आवश्यकता नहीं है अब वो 10 जनवरी 2021 तक आईटीआर फाइल कर सकते हैं. इसके साथ ही वो लोग जिन्हें ऑडिट की आवश्यकता है उनके लिए तारीख 31 जनवरी, 2021 से बढ़ाकर 15 फरवरी 2021 कर दी गई है.
इस तरह से लें झटपट सुविधा
मूल्यांकनकर्ता जिसका आईटीआर सत्यापित है
करदाता जिनके बैंक खाते पूर्व-मान्य हैं
ऐसे मूल्यांकनकर्ता जिनके पास भुगतान करने के लिए कोई बकाया नहीं है
जिन व्यक्तियों की कोई आय विसंगति नहीं है
जिनके पास कोई टीडीएस या चालान बेमेल नहीं है, वे नई सुविधा का उपयोग कर सकते हैं
अब तक 43.7 मिलियन लोगों ने भरा आईटी रिटर्न
आईटी विभाग के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 या मूल्यांकन वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 43.7 मिलियन आयकर रिटर्न 28 दिसंबर तक दर्ज किए गए हैं. इसमें आईटीआर -1 दाखिल करने वाले 24.4 मिलियन से अधिक, 956.4 मिलियन से अधिक आईटीआर -4 दाखिल करना शामिल है. 531.2 मिलियन से अधिक ITR-3 और 323 मिलियन से अधिक ITR-2 दाखिल किए हैं. 2020-21 के लिए 4.37 करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न पहले ही 28 दिसंबर, 2020 तक दाखिल किए जा चुके हैं. आयकर विभाग का कहना है कि अगर किसी ने आईटीआर फाइल नहीं किया है को देर करने की जरूरत नहीं है.